छात्रों के रचनात्मक व व्यवहारिक ज्ञान बढ़ाने के उद्देश्य से इसकी शुरुआत की गई है। इसके तहत अब विद्यार्थियों को अब प्रत्येक विषय पर अलग-अलग थीम पर असाइनमेंट मिलेगा। उसे पूरा करने पर मुख्य परीक्षाओं में अंक भी जुड़ेंगे। एक विषय में निर्धारित 100 के पूर्णांक में 20 अंक फील्ड वर्क के आधार पर दिए जाएंगे। 9वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को फील्ड वर्क स्कूलों में दिया जा रहा है। इससे छात्र किताबी ज्ञान के साथ व्यवहारिक जीवन में मैदानी कार्य के महत्व को समझ सकेंगे।
पाठ्यक्रम में शामिल किताबी ज्ञान को लिख-पढक़र व शिक्षकों से सुनकर याद किया जा सकता है, लेकिन दैनिक जीवन में किताबों की शिक्षा का असल महत्व क्या है, इसके लिए छात्रों को उनके विषयों पर आधारित फील्ड वर्क दिए गए हैं। कई स्कूलों में 9वीं के छात्र-छात्राओं को अलग-अलग समूहों में विभाजित करते हुए अलग-अलग विषय वस्तुओं पर फील्ड वर्क करने कहा गया है। गृहकार्य के तौर पर दिए गए फील्ड वर्क को निपटाने छात्र-छात्राएं स्कूल की छुट्टियों का उपयोग करेंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी, बीएल कुर्रे ने बताया होमवर्क के साथ फील्ड वर्क के लिए विद्यार्थियों का समूह बनाकर असाइनमेंट दिया जा रहा है। जिसे पूरा करने पर मुख्य परीक्षा में इसके अंक भी जुड़ेंगे।