सिरपुर अपनी ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्ता के कारण आकर्षण का केंद्र है। सिरपुर के चिन्हांकित टिलों के उत्खनन में प्राचीन मूतियां निकली हैं। जिसे देखने के लिए लोग पहुंचते हैं। यहां सुविधाएं विकसित करने के लिए राज्य सरकार ने प्लान बनाया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक आएं और इस पुरातात्विक नगरी की पहचान विश्व के मानचित्र में अंकित हो।
फिलहाल, 25 लाख रुपए से भव्य स्वागत गेट का निर्माण, 73.15 लाख रुपए से सिरपुर मार्ग पर 4 तालाबों का सौंदर्यीकरण, 45.28 लाख रुपए से सिरपुर मार्ग पर 05 सुंदर सुगंधित उपवन निर्माण, कोडार पर्यटन (टैटिंग व बोटिंग) 31.76 लाख रुपए, कोडार जलाशय तट पर वृक्षारोपण 17.38 लाख रुपए से किया जाएगा। इनमें अधिकतर कार्य पूर्णता की ओर है। इनमें राम वन गमन पथ के ग्राम पीढ़ी में उपवन निर्माण का लोकर्पण किया जा चुका है।
जानकारी के मुताबिक सिरपुर क्षेत्र के पर्यटन स्थलों को संवारने के लिए तीन फेज में कार्य किए जाएंगे। पूर्व में भी पर्यटन कॉरिडोर बनाने के लिए मांग की गई थी। अब इन तमाम कार्यों के होने के बाद सिरपुर की सूरत बदल जाएगी।
विकास के लिए बड़े प्रोजेक्ट के तहत कार्य
महासमुंद विधायक व संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने बताया कि सिरपुर पर्यटन के विकास के लिए बड़े प्रोजेक्ट के तहत काम हो रहा है। कुछ कार्य जिला प्रशासन और बड़े विकास कार्यों के लिए शासन के द्वारा योजना बनाई गई है। इस पर काम तेजी से हो रहा है। आने वाले वर्षों में सिरपुर की तस्वीर बदल जाएगी।
सुविधाओं का विस्तार
महासमुंद के कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा, सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। पिछले दिनों सिरपुर में बोटिंग की शुरुआत की गई है। पुरातत्व महत्व के स्थलों के संरक्षण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सिरपुर अंतराष्ट्रीय हैरिटेज के रूप में विकसित हो रहा है।
(जितेंद्र सतपथी की रिपोर्ट)