गौरतलब है कि ऑनलाइन क्लास में कई बच्चे अपनी समस्याओं का समाधान नहीं कर पाते हैं। खासकर 10 वीं और 12 वीं के बच्चे, जो बोर्ड की कक्षाओं में हैं। सभी छात्रों को बोर्ड में अच्छे अंक चाहिए। कई छात्रों ने कोरोना काल में भी ट्यूशन लेना शुरू कर दिया है। वहीं जिन बच्चों के पास मोबाइल ही नहीं है, उन्हें फायदा मिलेगा।
जिन स्कूलों में विषय के शिक्षक नहीं, वहां परेशानी जिले में ऐसे कई स्कूल हैं, जहां विषय के शिक्षक ही नहीं है। ऐसे में बच्चों को अपनी समस्याओं का समाधान करने और असाइनमेंट बनाने में दिक्कतें आ रही हैं। कई छात्र मोबाइल पर विषय के शिक्षक से सलाह ले लेते हैं, लेकिन कुछ स्कूल के छात्र शिक्षक नहीं होने से परेशान हैं।