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आगजनी पर काबू पाने के दो दमकल वाहनों के भरोसे शहर, प्रशिक्षित स्टॉफ भी नहीं

locationमहासमुंदPublished: Mar 24, 2019 03:12:10 pm

Submitted by:

Deepak Sahu

महासमुंद जिले में आगजनी पर काबू पाने के लिए किए गए इंतजाम नाकाफी हैं। जरूरत पडऩे पर राजधानी पर निर्भर होना पड़ता है।

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आगजनी पर काबू पाने के दो दमकल वाहनों के भरोसे शहर, प्रशिक्षित स्टॉफ भी नहीं

महासमुंद. महासमुंद जिले में आगजनी पर काबू पाने के लिए किए गए इंतजाम नाकाफी हैं। जरूरत पडऩे पर राजधानी पर निर्भर होना पड़ता है। महासमुंद जिला मुख्यालय में तीन दमकल वाहन हैं, उसमें एक कबाड़ में तब्दील हो गया है। दो में एक मिनी दमकल है। ऐसे में कोई आगजनी की घटना होने पर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
जानकारी के मुताबिक महासमुंद जिले में कुल छह फायर ब्रिगेड हैं। इसमें बसना और तुमगांव को इसकी सुविधा अभी तक नहीं मिली है। तुमगांव क्षेत्र में आग लगने पर महासमुंद से ही दमकल की गाड़ियों भेजी जाती हैं। कई बार आगजनी में सबकुछ राख होने के बाद गाड़ियां पहुंचती हैं। वहीं नगर पालिका महासमुंद ने फायर सेफ्टि सिस्टम को दुरुस्त नहीं किया है। कई बार आग पर नियंत्रण पाने के लिए आरंग, राजिम आदि से फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां मंगानी पड़ती हैं।
आग की सूचना मिलने पर पानी व डीजल आदि की व्यवस्था की जाती है। उसके बाद फायर ब्रिगेड को भेजा जाता है। कई बार ड्राइवर की भी समस्या आती है। यही नहीं, शहर की दमकल की गाडिय़ां जीपीएस सिस्टम से लैस हैं, लेकिन अब तक यह उपयोगी साबित नहीं हो पाई हैं। नगर पालिका भले ही पूरी तैयारी होने की बात कह रही है, लेकिन जरूरत पडऩे पर अन्य स्थानों से फायर ब्रिगेड मंगानी पड़ती है।
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