कुछ महीने पहले जिले के दर्शनीय स्थलों को पर्यटन कॉरिडोर बनाने की मांग की गई थी। इसके लिए कई बैठकें हुईं व रैली भी निकाली गई, लेकिन मांगों पर गौर नहीं किया गया। जानकारी के मुताबिक सिरपुर के पर्यटन स्थलों में गाइड की व्यवस्था नहीं है, जो यहां की धरोहरों की विशेषताओं को पर्यटकों को बता सके। यहां प्राचीन मूर्तियों को रखने के लिए जिला मुख्यालय में संग्रहालय भी नहीं है। इसी तरह अन्य दर्शनीय स्थलों पर बुनियादी सुविधाएं विकसित करने की आवश्यकता है। जिले के कई पर्यटन स्थलों में अब भी सडक़ें व लाइट की व्यवस्था नहीं होती है। इसके अलावा पेयजल और खान-पान संबंधी समस्या भी आती है। खल्लारी मंदिर में रोप-वे जैसी सुविधा देने की भी मांग की जाती रही है, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।