डीएफओ की टीम ने की जांच
इस शिकायत के बाद मामले की जांच के लिए डीएफओ रामजी राय दल मौके पर पहुंचे। उन्होंने जांच में पीर बाबा की दरगाह को पुरानी बताया। और दरगाह के पास बाउन्ड्री बाल का निर्माण और गुम्बद के निर्माण को दो से तीन वर्ष के भीतर बना हुआ बताया है। डीएफओ ने कहा कि मजार कई वर्ष पुराना है। यहां किसी व्यक्ति विशेष का कब्ज़ा नहीं है। लेकिन मजार की दीवार हाल ही में बनी है इसकी जांच की जा रही है।
कल्लू काजी ने मांगी माफी, इसलिए मुकदमा वापस हो
इस बीच सालट गांव में पंचायत के दौरान शिकायतकर्ता राजकुमार रैकवार ने कहा है कि हम गांव और देश में अमन और चैन चाहते हैं। हम सभी के सामने कल्लू काजी और पप्पू मन्सूरी ने सार्वजनिक रूप से अपने गुनाह की माफी मांग ली है। बताया गया कि मजार में पूड़ी सब्जी के आलावा चिकन बिरयानी भी बनी थी। माफी मांगने के बाद अब किसी के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं चाहते। शासन और प्रशासन से उम्मीद करते हैं कि मेरे द्वारा लिखवाया गया मुकदमा वापस कर दिया जाए। जिससे समुदायों के बीच भाईचारे की मिसाल बनी रहे। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी मजार में आस्था है।