इस मामले को लेकर राष्ट्रीय मंत्री ने सीएम योगी आदित्यनाथ, खनिज मुख्य सचिव और खनिज डायरेक्टर से पत्र के माध्यम से किसानों के साथ हो रहे उत्पीडऩ में राहत दिलाने की मांग की है। साथ ही राजेश सिंह ने आरोप लगाया कि खनिज महकमे में बैठे लोगों ने जान बूझकर किसानों के साथ ऐसा किया है ताकि लखनऊ से सटे तमाम जनपदों में खनिज माफियाओ से मिलकर बालू को मंहगे दामो में बेचने को लेकर सभी पट्टे निरस्त कर दिए हंै। आपको बता दें कि महोबा में किसानों की स्थिति पहले से ही दयनीय है। उस पर खनिज विभाग की मार से किसान सहम गया है। सरकार ने बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाने और उनकी आय बढ़ाने के लिए निजी भूमि के पट्टे किये थे। मगर अब इन पट्टों में अनिमितताओं के आरोप लगाकर रिकबरी के आदेश हुए हैं जो किसानों को नागवार गुजर रहा है।