बुंदेलखंड के महोबा शहर कोतवाली स्थित इलाहाबाद बैंक के पास सुबह से दर्जनों लड़कियां सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग लेने के लिए इकठ्ठा हो जाती हैं। यहाँ रहने वाले दंपत्ति पवन और प्रियांशी आर्य इन लड़कियों को जूडो कराटे सिखाकर आत्मरक्षा के गुण देते हैं। इतना ही नहीं बच्चों को कराटे की तैयारी कराकर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में सहभागिता दिला महोबा का नाम रोशन कर रहे हैं | दूरदराज गाँव से कराटे की ट्रेनिंग ले रहीं छात्र ममता बताती है कि मैं कई बार सुबह पढ़ने के लिए गाँव से निकलती हूँ और उस समय रास्तों पर दूर-दूर तक सन्नाटा रहता है। कई बार मुझे अपनी रक्षा को लेकर डर लगता था, लेकिन आज इस तरह की ट्रेनिंग से मेरा आत्म विश्वास बढ़ा है| मैं ही नहीं, यहाँ आने वाली तमाम लडंकियों में इस तरह की ट्रेनिंग के बाद अपनी सुरक्षा की भावना और आत्मविश्वास बढ़ा है, तो वहीं कराटे की ट्रेनिंग लेने आ रहे आर्य का कहना है कि हम सभी छोटे बच्चों को कराटे प्रेक्टिस के साथ अच्छे और बुरे व्यक्ति को पहचानने की भी ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि आजकल हो ही किडनेपिंग जैसी घटनाओं से अपने आपको सुरक्षित रख सकें|
बच्चो को ट्रेनिंग दे रही ट्रेनर प्रियांशी कहती हैं कि बुंदेलखंड में कराटे को बढ़ावा और यहां की बेटियों को आत्मरक्षा के लिए मजबूत बनाने और बच्चों में खेलो के प्रति रूचि पैदा करने के उद्देश्य से मैं अपने पति पवन के साथ एक ट्रेनिंग कैम्प चला रही हूँ| हमारे यहाँ से बच्चे प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के कराटे टूर्नामेंट में भाग लेकर मेडल जीत रहे हैं और ये हम महोबावासियों के लिए गर्व की बात है। लड़कियां अक्सर छेड़खानी और रेप जैसी घटनाओं का शिकार होती हैं, तो हम अपनी ट्रेनिंग के माध्यम से उनको आत्म निर्भर और अपनी सुरक्षा स्वयं करने की ट्रेनिंग देकर उनमें सुरक्षा का अहसास दिलाने का प्रयास कर रहे हैं|