पुलिस के मुताबिक, केवल जुझार पहाड़ से ही 350 बोरी अमोनियम नाइट्रेट, 1200 इलोक्ट्रॉनिक डेटोनेटर और 2000 जिलेटिन की छड़ें बरामद की गई हैं। इतना विस्फोटक किसी भी बड़े पहाड़ को चंद पलों में धराशायी कर सकता है। इस अवैध विस्फोटक के जखीरे को पहाड़नुमा मिट्टी के मलबे के नीचे दबाया गया था। इसके अलावा जिले के अन्य पहाड़ों से बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है। गौरतलब है कि बुंदेलखंड का महोबा पहाड़ों पर होने वाली हैवी ब्लास्टिंग के लिए चर्चा में रहता है। अधिक मुनाफा कमाने के चाह में मध्यप्रदेश के रास्ते यहां अवैध विस्फोटक सामग्री पहुंचाई जाती है। इस कारोबार में सत्ता पक्ष के दखल से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
पहाड़ों पर हुई छापेमारी को लेकर महोबा एसपी कुंअर अनुपम सिंह ने बताया कि आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई की जाएगी। यह विस्फोटक बहुत ही घातक होता है, जिसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। इस कारोबार से जुड़े कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, जल्द ही इन नामों का खुलासा किया जाएगा। पुलिस ने मौके बरामद की गई विस्फोटक सामग्री को जब्त कर लिया है।
यूपी में धरती, नदियों और पहाड़ों के सीने को चीरकर पैसा कमाने का धंधा जोरों पर चल रहा है। बुंदेलखंड के हमीरपुर, बांदा, महोबा और जालौन में नदियों की जलधारा रोककर प्रतिबंधित मशीन पोकलैंड की सहायता से मौरंग का अवैध किया जा रहा है, तो पहाड़ों का सीना चीरकर उन्हें धराशायी किया जा रहा है। महोबा के कई पहाड़ ऐसे हैं जो जमींदोज होने की कगार पर खड़े हैं। हैवी ब्लास्ट कर जिन्हें छलनी किया जा रहा है। यह पहाड़ जितने ऊंचे हैं, उतनी ही गहराई नीचे भी हो गई है। हमीरपुर में भी अवैध खनन के कई मामले सामने आते रहते हैं। जिले में मौरंग के 35 पट्टे और करीब 30 खदानें चालू हैं। हालांकि, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने उन कई खनन माफियों पर कड़ी कार्रवाई की है, जो पौकलैंड की सहायता से जलधारा को रोककर अवैध खनन करते हैं।
हमीरपुर, बांदा, महोबा, जालौन, कानपुर देहात,बलरामपुर, गोंडा, बहराइच, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, इलाहाबाद, भदोही, गोरखपुर, झांसी, रामपुर, बुलंदशहर, अमरोहा, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, सहारनपुर मुख्य हैं। कुछ पहाड़ी क्षेत्रों से पत्थर का खनन होता है तो बाकी स्थानों पर बालू, मौरंग और मिट्टी का अवैध खनन किया जाता है।
बीते कई वर्षों की सरकारों के कुछ मंत्री और अधिकारी इससे सीधे तौर पर जुड़े रहे हैं। बसपा के मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा हों या फिर सपा सरकार के मंत्री गायत्री प्रजापति, फिहलाल दोनों जेल में हैं। पर धंधा अभी चल रहा है। अवैध खनन के मामले में यूपी की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला समेत चार को समन जारी किया गया है।