प्रयागराज जोन के एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि इंद्रकांत त्रिपाठी की पिस्टल की फॉरेंसिक जांच में स्पष्ट हुआ है कि गोली इंद्रकांत त्रिपाठी के लाइसेंसी पिस्टल से ही चली है। इसके साथ ही गोली काफी करीब से मारी गई। अभी तक ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है जिससे यह स्पष्ट हो सके कि घटनास्थल पर कोई भी व्यक्ति मौजूद था।
एसआईटी की रिपोर्ट को विवेचना का मुख्य हिस्सा मानते हुए उसे जांच रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा। जिसकी विवेचना आगे सीओ सिटी द्वारा की जाएगी। एडीजी प्रेम प्रकाश ने यह भी कहा है की अभी कुछ लोगों का नारको और पॉलीग्राफ टेस्ट भी करवाया जाएगा घटना में अभी जांच चल रही है। जल्दी पूरा मामला स्पष्ट कर दिया जाएगा।
एडीजी जोन ने कहा कि कि तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार के कहने पर एक पोर्टल चैनल के माध्यम से मृतक इंद्रकांत त्रिपाठी को दबाब में लेने के लिए एक पुराना जुआ खेलते हुए एक वीडियो वायरल किया गया था, जिसके बाद से ही इन्द्रकांत त्रिपाठी अवसाद में थे।