लोग दूर दूर से चलकर पानी का इंतजाम कर रहे है। तो दूसरी ओर इस वीडियो और ऑडियो में जल संस्थान का एक कर्मचारी सिद्दीक जो कि टैंकरों को एक हजार में बेचने की बात साफ तौर पर कबूल रहा है और अपनी करतूत को छिपाने की गुजारिश कर रहा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि योगी राज में क्या महोबा के लोगो को सरकार द्वारा उपलब्ध पानी भी एक हजार में खरीदना होगा।
पीने के पानी की सप्लाई बाधित कर दी गई
मामला बुंदेलखंड के महोबा जनपद का है जहां जल संस्थान द्वारा पिछले एक माह से पीने के पानी की सप्लाई बाधित कर दी गई है। इस घोर लापरवाही के कारण आमजन का बुरा हाल देखा जा रहा है। पानी के लिए परेशान महिलाओं ने बताया कि जल संस्थान कर्मी द्वारा सप्लाई बन्द कर दी गई है और टैंकरों के माध्यम से पानी बेचा जा रहा है। लोगों की मानें तो कई बार शिकायत करने पर भी विभाग द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है इससे लगभग पांच हजार की आबादी प्रभावित हो रही है।
पम्प आपरेटर सिद्दीक पर गंभीर आरोप
मामले में डीएम सहदेव ने संज्ञान लेते हुए बताया कि मैंने आडियो को अपने पास मंगा लिया है और साथ मे मौके का विसुअल भी आ गया है। जिसे देखने और सुनने के बाद पाया गया कि वो जिस तरह से ऑडियो में पैसे मांग रहा है तो ये जल संस्थान के कर्मचारी पम्प आपरेटर सिद्दीक पर गंभीर आरोप है।
जिला प्रशासन पानी को लेकर काफी गंभीर
चूंकि जिला प्रशासन पानी को लेकर काफी गंभीर हैं। डीएम ने इस तरह की कार्यशैली पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं तो वहीं जिले में कही पर भी पानी की आपूर्ति बाधित हो तो वो तत्काल जल संस्थान या मेरे कार्यालय में सूचना दें। फिलहाल महोबा में पानी के लिए उर्मिल बांध में पर्याप्त पानी है और पानी को फिल्टर करने के लिए उपयोग होने वाली सामग्री भी उपलब्ध करा दी गई है।