सभी कामगारों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने रोडवेज बसों से थर्मल स्क्रीनिग के साथ खाने-पीने की व्यवस्था कर घर पहुंचाने की बात कही है।
महोबा रेलवे स्टेशन (Mahoba Railway Station) खड़ी ट्रेन और ट्रेन से उतरे यह सभी वो कामगार मजदूर है, जो कई प्रदेशों में रोजी रोटी कमाने गए थे और लॉकडाउन होने से फंस गये थे। स्टेशन में उतरने के बाद सभी मजदूरों की थर्मल स्कैनिंग की गई। फिर उन्हें बसों में बैठा कर क्वारंटीन सेंटर ले जाया गया है। जहां उनको भोजन कराने के बाद खाद्य सामग्री दे कर उनके घरों को रवाना कर दिया जाएगा। महोबा पहुंचने पर यह सभी मजदूर काफी खुश नजर आए। सकुशल पहुंचे मजदूरों से देश प्रदेश सरकार को धन्यवाद भी दिया।
उपजिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि कई प्रदेशों से आए इन प्रवासी मजदूरों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए नोडल अधिकारी (Nodal Officer) नियुक्त किए गए हैं। जो सभी मजदूरों को बस से उनके घरों तक पहुंचाएंगे। स्वास्थ कर्मियों की जांच में जो मजदूर संदिग्ध मिलेंगे उन्हें रोक कर बाकी सभी मजदूरों को उनके घरो को भेज दिया जाएगा। इस इलाके के मजदूर बड़ी तादाद में परदेस में रोजी, रोटी कमाने जाते है जो कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन में जहां के तहां फंस गए थे। इन मजदूरों को वापस लाने के लिये ढेर सारी बसे लगाई गई है और यह पहली रेल भी इनको लेकर महोबा आ गई है।