scriptगिद्घों की आबादी बढ़ाने के साथ तेंदुओं को मिलेगी जिंदगी, महाराजगंज में बनेगा लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर | UP Government Approved Leopard Rescue Center in Maharajganj | Patrika News
महाराजगंज

गिद्घों की आबादी बढ़ाने के साथ तेंदुओं को मिलेगी जिंदगी, महाराजगंज में बनेगा लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर

महारागंज के सोहगी बरवा वन्य जीव प्रभाग के उत्तरी रेंज में बनेगा लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर
गिद्ध संरक्षण प्रजनन केन्द्र के बाद अब, योगी सरकार की महाराजगंज का एक और सौगात

महाराजगंजFeb 21, 2021 / 02:40 pm

रफतउद्दीन फरीद

leopard.jpg

,,

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

महाराजगंज. लाल सिर वाले विलुप्तप्राय गिद्घों की आबादी बढ़ाने के साथ ही गोरखपुर मंडल के महाराजगंज जिले में तेंदुओं को भी जिंदगी दी जाएगी। इलाके में जंगलों में तेंदुओं की मौजूदगी है और अक्सर वह आबादी में आ जाते हैं इससे उन्हें नुकसान भी पहुंचता है। उन्हें इलाज और देखभाल की जरूरत पड़ती है। अब ऐसे तेंदुओं का रेस्क्यू कर उनका यहीं इलाज और देखभाल किया जाएगा। इसके लिये यूपी सरकार ने महाराजगंज में एक लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर बनाने का ऐलान किया है। प्रदेश में ऐसे पांच जिलों में ऐसे सेंटर बनाए जाएंगे, लेकिन पूर्वांचल में यह अकेला सेंटर होगा।

इसे भी पढ़़ेेेंं- यूपी के पहले ‘जटायु संरक्षण केन्द्र’ में बढ़ेगा लाल सिर वाले गिद्घों का कुनबा, 15 साल में तैयार होंगे 40 जोड़े किंग वल्चर
सरकार ने मेरठ, चित्रकुट, पीलीभीत, इटावा और महाराजगंज में लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर बनाने को हरी झंडी दी है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत सबसे पहले सेंटर का निर्माण मेरठ के हस्तिनापुर में किया जाएगा, जिसपर पांच करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। उसी तर्ज पर इन जिलों में भी सेंटर बनेंगे। महाराजगंज में इसका निर्माण सोहगी बरवा वन्य जीव प्रभाक के उत्तरी रेंज में होगा। महाराजगंज के सोहीबरवा में लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर के लिये 2.65 करोड़ का डीपीआर शासन को पहले ही भेजा जा चुका है। लेकिन अब यह मेरठ की तर्ज पर संशोधित होगा। इस सेंटर 25 डे नाइट सेल बनेंगे।


बताते चलें कि पहले यह सेंटर गोरखपुर में बनने वाला था। पर गोरखपुर में निर्माणाधीन शहीद अशफाकउल्लाह खान प्राणी उद्यान में एक क्वारंटीन सेंटर व रेस्क्यू सेंटर स्थापित किया गया है। ऐसे में इसे महाराजगंज ले जाया गया। इसके अलावा सोहीबरवा वन्य जी प्रभाग में तेंदुओं की मौजूदगी भी है, इस लिहाज से यहां सेंटर बनाए जाने का फैसला किया गया। इसके अलावा महाराजगंज के फरेंदा रेंज अंतर्गत भारीबैंसी गांव में लाल सिर वाले गिद्घ (रेड हेडेड वल्चर) के संरक्षण और प्रजनन के लिये ‘जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केन्द्र’ की स्थापना की जा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते साल 7 अक्टूबर 2020 में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इसका शिलान्यास किया था। इस केन्द्र में 15 साल में 40 जोड़े गिद्घ तैयार कर छोड़े जाने का लक्ष्य रखा गया है। एक गिद्घ बड़ा होकर युवावस्था में पहुंचने में चार से पांच साल का वक्त लेता है।

Home / Mahrajganj / गिद्घों की आबादी बढ़ाने के साथ तेंदुओं को मिलेगी जिंदगी, महाराजगंज में बनेगा लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो