बता दें कि फर्रुखाबाद में बिजली विभाग में एसडीओ के पद पर तैनात सत्यप्रकाश की बड़ी बेटी 13 वर्षीय गुंजन सेंट मेरीज स्कूल में सातवी क्लास की छात्रा है। मंगलवार को गुंजन घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन, गुंजन का कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी और तहरीर दी। पुलिस ने बालिका का सुराग लगाने के लिए एसओजी टीम गठित की थी। बच्ची की तलाश के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे। गुंजन के परिजनों ने पत्रिका टीम को जानकारी दी कि दोपहर को उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले शख्स ने जानकारी दी कि एक बालिका उत्तराखंड में है, जिसके बैग में मोबाइल नंबर और कुछ तस्वीरें मिली हैं। परिजनों ने जब व्हाट्सएप के जरिए सारी डिटेल ली तो ये खबर उनके लिए बेहद खुशी की थी। फोन करने वाला शख्स जिस बालिका की बात कर रहा था वो गुंजन थी। परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने फौरन एसओजी टीम को परिजनों के साथ ऋषिकेश के लिए रवाना किया।
पुलिस जिस बालिका को तलाश करने के लिए मैनपुरी और आसपास के जनपदों की खाक छान रही थी। वो बालिका शहर से 550 किलोमीटर दूर पहुंची। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बच्ची की सूचना मिलते ही एसओजी टीम को भेजा गया है। वहीं बालिका से बातचीत के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि वो कैसे ऋषिकेश पहुंची है। अंदेशा व्यक्त किया जा रहा है कि स्कूल में नंबर कम आने के चलते रिपोर्ट कार्ड में पिता के दस्तख्त नहीं थे, जिसके लिए टीचर ने गुंजन से साइन कराने के लिए कहा था, पुलिस का मानना है कि बालिका इसके कारण भी अपनी मर्जी से जा सकती है।