2015 से था फरार दरअसल 12-06-2015 को केपी ने अपने सात-आठ साथियों के साथ फिरोजाबाद के मटसेना थाना क्षेत्र में कुरियर कंपनी ब्लूडार्ट की वैन को लूट लिया था। वैन पर तैनात गनर की बंदूक सहित कैश लूट कर दन्नाहार थानाक्षेत्र में वैन को छोड़ कर केपी फरार हो गया। इस मामले में थाना दन्नाहार मेंं 2015 में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। इसके बाद पांच अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था लेकिन केपी और लक्कड़ नाम का बदमाश तबसे लगातार फरार चल रहा था। अक्टूबर 2018 में लक्कड़ ने इटावा कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था।
ये हुए गिरफ्तार पुलिस लगातार केपी की तलाश कर रही थी। रविवार को स्वाट टीम ने बांसा नहर के पास से मुठभेड़ के दौरान 25000 के इनामी केपी को गिरफ्तार कर लिया गया। केपी के साथ उसके अन्य दो साथी शिवमंगल यादव पुत्र रतन सिंह यादव ग्राम मई खेड़ा, निवासी कुर्रा थाना क्षेत्र, राम नरेश पुत्र विश्राम सिंह निवासी ग्राम कजरा, निवासी करहल थाना क्षेत्र को भी पुलिस ने गिफ्तार किया है।
गिरफ्तार हुए बदमाशों से पुलिस ने एक सिंगल बैरल, एक डबल बैरल, जिंदा कारतूस, 250 ग्राम सोना व 1.5 किलो ग्राम चांंदी के गहने औऱ 5100 रुपए नकद बरामद हुए हैं।