Vijayadashami 2019: सफल कॅरियर, रोग मुक्ति व धन की कमी को दूर करने के लिए दशहरा के दिन करें ये तीन उपाय…
ये है पूरा मामलाभोगांव तहसील के कुसुमा खेड़ा के रहने वाले प्रदीप चौहान और उनकी पत्नी वंदना चौहान के पास कोई संतान नहीं थी। वे दोनों वर्तमान में दिल्ली में रह रहे हैं। करीब तीन माह पहले उन्होंने गांव खिदरपुर निवासी संजय सिंह की छह वर्षीय पुत्री दीया उर्फ वैष्णवी को गोद लिया। इसके लिए बाकायदा निबंधन कार्यालय में गोदनामा कराया गया। 16 सितंबर को दंपति वैष्णवी को लेकर संजय व उसकी पत्नी अनुपम के पास लेकर गए। इसके बाद अनुपम ने बच्ची को वापस करने से इंकार कर दिया। प्रदीप चौहान और उनकी पत्नी वंदना का आरोप है कि बच्ची को गोद देने वाले माता पिता उनसे 10 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। इसके बाद उन्होंने थाने में मामले की शिकायत की, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसके बाद पीड़ित दंपति ने पीड़ित बाल कल्याण समिति/न्यायालय में जाकर मदद मांगी। न्यायालय ने पुलिस को दोनों पक्षों को न्यायालय में लाने के आदेश दिए हैं।