मैनपुरी में हुए हादसे में मारे गए अकील पुत्र फारुख निवासी याकूब नगर, कन्नौज, आजाद (30) पुत्र सर्फुद्दीन निवासी औसेर ठठिया, जिला कन्नौज और सारुन पुत्र सर्फुद्दीन निवासी बावन झाला, बिल्हौर जिला कानपुर जयपुर में जरदोजी के कारीगर थे। बताया गया है कि ईद मनाने के लिए वे घर पहुंचने के लिए डबल डेकर में सवार हुए थे। घायलों ने बताया कि बस में सवारियां अधिक थीं। लेकिन, घर पहुंचने की जल्दी में फिर भी उसमें सवार हो गए। डबल डेकर बस रात पौने नौ बजे जयपुर से फर्रुखाबाद के लिए रवाना हुई थी। बस में इतने अधिक लोग थे कि कई सवारियां बस की छतों पर सफर कर रही थीं। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे से बस सुबह छह बजे के आसपास इटावा मार्ग की ओर मुड़़ गई। करहल के पास अचानक संतुलन बिगड़ने से बस डिवाइडर से टकराकर पलट गई। बस के पलटते ही छत पर बैठी सवारियां एक के ऊपर एक आकर गिर पड़ीं। सड़क पर क्षतविक्षत शव पड़े थे, जिन्हें देखकर लोगों के रौंगटे खड़े हो गए।