सोमवार को देवी के पांचवें स्वरूप शक्ति स्कंदमाता की घर-घर पूजा अर्चना की गई। नगर में मां की झांकियां और देवी जागरण के कार्यक्रम अनवरत चल रहे हैं। घर-घर में दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जा रहा है। मां के भक्त इन दिनों श्रद्धा और विश्वास के साथ व्रत रख रहे हैं। सुबह चार बजे से ही घर-घर दुर्गा पूजा शुरु हो जाती है। उसके पश्चात लोग मंदिरों में दर्शन करके अपनी पूजा को विराम देते हैं। बदलते युग में भी महिलाओं एवं युवतियों में मां दुर्गा के प्रति अत्यंत श्रद्धा देखी जा रही है। यहां तक कि किशोरियां भी व्रत रखकर सुबह सवेरे ही हाथों में जल का लोटा लेकर देवी गीत गाती हुई मंदिरों की ओर निकल पड़ती हैं। सिद्धपीठ मां शीतला देवी के मंदिर पर तो अलसुबह से देर रात तक पूजा अर्चना करने वालों का तांता लग रहा है।
कस्बों में मंदिरों पर हो रहे आयोजन कस्बों में भी नवरात्र के पर्व पर भारी उल्लास देखा जा रहा है। देवी मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। रात्रि में देवी गीतों का आयोजन किया जा रहा है। अधिकांश गांव धार्मिक रंग में रंगे हुए दिखाई दे रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में भी मंदिरों की आकर्षक ढंग से सजावट की गई है। सुबह से ही महिलाएं और युवतियां ही नहीं छोटी-छोटी बच्चियां भी मंदिरों में रंग बिरंगे परिधानों में हाथों में जल का लोटा लिए हुए देवी गीत गाती हुई मंदिरों में पहुंची ओर माता रानी की पूजा अर्चना की है ।
जगह जगह हुए भंडारे नवरात्र के अंतिम दिन शहर में कई जगह माता रानी के भक्तों ने भंडारों का आयोजन तो घरों में कन्याओं को भोज भी कराया गया नगर के कराहल रोड पर भी पूरे नवरात्रे भर माता रानी को बिराजमान किया गया जहां प्रत्येक दिन अलग अलग कार्यक्रम का आयोजन किया। आज समापन के दिन विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया है ।