प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा कि प्रियंका वाड्रा पहले भी चुनाव की कमान संभाल चुकी है। साल 2012 में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रियंका को अमेठी और रायबरेली की दस सीटों का जिम्मा दिया था, लेकिन एक सीट ही कांग्रेस उस समय जीत सकी थी। उन्हें निराश होकर मंच पर अपने बच्चों को लाना पड़ा था।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने कहा कि लोगों को यदि ऐसा लगता है कि प्रियंका गेम चेंजर हैं और लोकसभा में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं तो कांग्रेस राहुल गांधी को अध्यक्ष पद से हटाकर प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बना दे। वहीं मायावती और मूर्ति प्रकरण पर रामगोपाल ने मायावती का खुलकर समर्थन किया। कहा कि मीडिया जो दिख रहा है, वो कुछ भी जजमेंट में नहीं है। उन्होंने कहा कि जब अखिलेश मुख्यमंत्री थे और इस प्रकरण की जांच कराई थी तब भी कुछ गलत नहीं मिला था। उन्होंने एक बार फिर भाजपा के लिए कहा कि इस बार गठबंधन में भाजपा यूपी से खाता भी नहीं खोल सकेगी।