scriptमशरूम फार्मिंग की ऐसे करें शुरुआत, कमाएंगे मोटा मुनाफा | How to do mushroom farming tips in hindi | Patrika News
मैनेजमेंट मंत्र

मशरूम फार्मिंग की ऐसे करें शुरुआत, कमाएंगे मोटा मुनाफा

मशरूम फार्मिंग के लिए किसी बड़े फील्ड या या महंगे इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता नहीं होती है। इसकी शुरुआत घर से भी हो सकती है।

Jan 29, 2021 / 08:15 pm

सुनील शर्मा

mushroom_farming.jpg
इंडिया के एग्रो सेक्टर में नए-नए प्रोडक्ट की एंट्री जारी है लेकिन इन प्रोडक्ट में सबसे अधिक प्रोफिटेबल प्रोडक्ट मशरूम को माना जा रहा है। इसका प्रमुख कारण दुनियाभर में हैल्थ के प्रति बढ़ रही जागरूकता और मशरूम का दवाइयों में बढ़ता उपयोग। इंडिया में मशरूम फार्मिंग और मशरूम से संबंधित प्रोडक्ट की ग्रोथ बीते दो वर्षों में पांच फीसदी से अधिक रही है। हालांकि इंडिया में मशरूम फार्मिंग की पॉपुलरिटी काफी कम है।
इस कारण मशरूम फार्मिंग व उससे जुड़े अन्य बिजनेस में कॉम्पिटिशन एग्रो सेक्टर से जुड़े अन्य बिजनेस की अपेक्षा काफी कम है। मशरूम फार्मिंग की सबसे विशेष बात यह है कि इसके लिए आपको एक्सपर्ट फॉर्मर होने की जरूरत नहीं है। कुछ बेसिक ट्रेनिंग के साथ ही एक सामान्य व्यक्ति भी मशरूम फार्मिंग की शुरूआत कर सकते हैं। मशरूम की डिमांड इसी से समझी जा सकती है कि हाल ही में ट्रांसपेरेंसी मार्केट रिसर्च ने मशरूम का मार्केट वर्ष 2024 तक 69 बिलियन डॉलर का होने का अनुमान व्यक्त किया है।
किस मशरूम की ज्यादा डिमांड
ग्लोबली चाइना मशरूम फार्मिंग में पहला स्थान रखता है। एशिया पैसिफिक रीजन के अन्य देश में भी मशरूम फार्मिंग को लेकर अवेयरनेस बढ़ी है। इसमें इंडिया भी मुख्य रूप से सम्मिलित है। मशरूम फार्मिंग में सबसे कॉमन प्रोडक्ट ओयेस्टर, शिटेक और बटन मशरूम है। दुनियाभर में मशरुम की फसलों में सबसे अधिक बटन मशरूम है।
मशरूम फार्मिंग में बटन मशरूम की हिस्सेदारी ग्लोबली करीब 40 फीसदी है। जबकि इसके बाद सबसे अधिक फार्मिंग ओयेस्टर मशरूम की होती है। मशरूम की सबसे अधिक डिमांड यूरोप है। जर्मनी को मशरूम के सभी टाइप का प्रमुख इंपोर्टर माना जाता है। इंडिया में बटन मशरूम की डिमांड सबसे अधिक है। मशरूम फार्मिंग के सेक्टर में यदि आप स्टार्टअप प्लान कर रहे हैं तो बटन मशरूम आपके लिए अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है।
फार्मिंग है आसान
बटन मशरूम की फार्मिंग ना केवल बेहद आसान है अपितु इसकी फसल भी 25-30 दिनों के भीतर तैयार हो जाती है, आप जो भी इंवेस्ट करते हैं उसका रिटर्न आपको जल्दी-जल्दी मिलता रहता है। इससे बड़े निवेश की भी जरूरत नहीं और आमदनी भी लगातार होने लगती है।
बटन मशरूम की बेहतर फार्मिंग कम तापमान में होती है लेकिन एयर कंडीशन व अन्य संसाधनों की मदद से इसकी फार्मिंग देश के किसी भी क्षेत्र में आसानी से की जा सकती है। वहीं मशरूम की फार्मिंग के लिए बेसिक ट्रेनिंग 10-20 दिन की होती है। यह ट्रेनिंग गर्वमेंट के हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट से लेकर प्राइवेट मशरूम फॉर्म व अन्य कई संस्थाएं उपलब्ध कराते हंै। प्राईवेट मशरूम फॉर्म सबसे अधिक यूपी व हिमाचल है, जो कि 10 से 15 हजार रूपए की फीस में मशरूम फार्मिंग की बेसिक ट्रेनिंग देते हैं।
इंफ्रास्टक्चर की जरूरत
मशरूम फार्मिंग के लिए किसी बड़े फील्ड या या महंगे इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता नहीं होती है। इंडिया व चाइना में मशरूम फार्मिंग से जुड़े लोग घर पर ही इसकी फार्मिंग करते हैं।
मशरूम फार्मिंग से जुड़े एक्सपर्ट के अनुसार यदि आप घर से ही फॉॅर्मिंग की शुरुआत करना चाहते है तो आपको करीब 250 स्क्वायर फीट स्पेस की जरूरत होगी। जबकि अन्य वस्तुओं में एयर कंडीशन और कंपोस्ट बैग मुख्य होते हंै। घर से प्रारंभ होने वाली फार्मिंग की शुरुआत केवल 30-40 हजार रुपए के इंवेस्टमेंट से की जा सकती है। इस फार्मिंग में आपको किसी रेग्यूलर एम्प्लॉई की आवश्यकता नहीं होती है। स्मॉल स्पेस की फार्मिंग की देखभाल आप स्वयं भी कर सकते हैं।
और क्या है ऑप्शन
मशरूम के अलावा इसके बॉय प्रोडक्ट का मार्केट भी काफी बड़ा है। इसमें फ्रोजन मशरूम, कैन्ड मशरूम और ड्राय मशरूम शामिल हैं। बाय प्रोडक्ट का बिजनेस डवलप करने के लिए के लिए आपको बड़े इफ्रास्टक्चर व अधिक इंवेस्टमेंट की आवश्यकता होगी। बाय प्रोडक्ट के अलावा आप मशरूम के कंपोस्ट बैग का भी बिजनेस कर सकते हैं। कंपोस्ट बैग या तो सरकारी संस्थाओं द्वारा तैयार किए जा रहे हैं या फिर कुछ बड़े फॉर्म इन्हें बेचने का काम करते हैं। इनकी डिमांड काफी अधिक है।
मार्केटिंग व सप्लाई है आसान
इंडिया में बटन मशरूम की डिमांड में प्रतिवर्ष 7 फीसदी की दर से इजाफा हो रहा है। होटल व रेस्टोरेंट के अलावा ओपन मार्केट व फार्मास्यूटिकल के सेक्टर में मशरूम की अच्छी डिमांड है। इसलिए आपको मशरूम की मार्केटिंग व सप्लाई के लिए अधिक इंवेस्टमेंट की आवश्यकता नहीं है। आपको केवल कंपनियां या होटलों से कॉन्टेक्ट करने की जरूरत है।
यदि आप बिग सप्लायर हैं, होटल या कंपनी आपके फॉर्म से ही क्रॉप कलेक्ट कर लेते हैं लेकिन यदि आपका प्रोडक्शन कम है तो आपको स्वयं ओपन मार्केट या कस्टमर तक मशरूम पहुंचाना होता है। अपने बिजनेस या फार्मिंग की मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का भी उपयोग कर सकते हैं। जहां आप फार्मिंग की टैक्स इंफोर्मेशन के साथ अपने फॉर्म का वीडियो भी शेयर करें और क्रॉप के बारे में जानकारी दें। यह कॉन्सेप्ट को इंटरेस्टिंग बनाएगा और मार्केटिंग में बेहद मददगार साबित होगा। कम इन्वेस्टमेंट में यकीन रखने वाले एंटरप्रेन्योर इस स्टार्टअप को अपना सकते है।

Home / Education News / Management Mantra / मशरूम फार्मिंग की ऐसे करें शुरुआत, कमाएंगे मोटा मुनाफा

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो