सुनें, पूछें और दोहराएं
हमें नाम इसलिए याद नहीं रहते हैं, क्योंकि हम पहली बार में उन्हें ध्यान से नहीं सुनते हैं। आपको सामने वाले की बात को ध्यान से सुनना चाहिए, फिर उससे सवाल पूछने चाहिए और कही गई बात को मन ही मन दोहराना चाहिए। इस तरह कोई भी बात आपके दिमाग में लंबे समय तक रहेगी।
नए दोस्त बनाएं
कई शोध साबित कर चुके हैं कि जीवन में सार्थक रिश्ते होने पर आपका दिमाग स्वस्थ रहता है। हॉर्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक अध्ययन से पता लगा है कि जिन लोगों की सोशल लाइफ अच्छी होती है, उन्हें भूलने की बीमारी बहुत कम होती है। इसलिए आप अपने जीवन में नए दोस्त बनाते रहें।
पानी और ग्रीन टी पिएं
स्विस वैज्ञानिकों के एक दल ने अपने अध्ययन में पाया है कि ग्रीन टी पीने से कॉग्निटिव फंक्शन्स में सुधार होता है। इसके अलावा पूरे दिन में आठ गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। हमारे दिमाग का 80 प्रतिशत हिस्सा पानी का बना होता है। इसलिए डीहाइड्रेट होने पर दिमाग सही तरह से काम नहीं कर पाता है।
रोज 30 मिनट चलें
यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया के अध्ययन से पता लगा है कि नियमित रूप से एरोबिक एक्सरसाइज करने से दिमाग के एक खास हिस्से हिप्पोकैंपस का आकार बढऩे लगता है। हिप्पोकैंपस वर्बल मेमोरी व लर्निंग में काम आता है। अगर 30 मिनट रोज चलते हैं या फिजिकल एक्टिविटी करते हैं तो मेमोरी अच्छी बनी रहेगी।
रोज पहेलियां सुलझाएं
जिस तरह से हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए कसरत की जरूरत होती है, उसी तरह से दिमाग मजबूत बनाने के लिए भी उसे अभ्यास की जरूरत होती है। दिमाग शार्प रखने के लिए पहेलियां, सुडोकू और क्रॉसवर्ड्स हल करते रहें। आपका दिमाग जितना ज्यादा एक्टिव रहेगा, यह उतना ही बेहतर तरीके से काम करेगा।
अच्छी नींद लें
कैलीफोर्निया की यूनिवर्सिटी ऑफ बर्कले के एक शोध के मुताबिक अच्छी नींद लेने से पूरे दिन आपकी मेमोरी अच्छी बनी रहती है। अगर आप सही तरह से नहीं सो पाए हैं तो आपकी याद रखने की क्षमता में 40 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है।
हंसी को दें जीवन में स्थान
नए शोध बताते हैं कि हंसने से आपकी शार्ट टर्म मेमोरी बढ़ती है। साउदर्न कैलीफोर्निया में लोमा लिंडा यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन से पता लगा है कि हंसने से दिमाग में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का स्राव कम होता है।