आजमाएं क्रिएट फियरलेस चैलेंज
अपने हर डर पर विजय पाने के लिए इन दिनों बहुत से विकसित देशों में क्रिएट फियरलेस चैलेंज का कॉन्सेप्ट बहुत लोकप्रिय हो रहा है। इस चैलेंज के तहत आपको वे उद्देश्य चुनने होते हैं, जिनसे आप डरते हैं या जिनमें आप कमजोर हैं। आप उन चुनौतियों पर विजय पाने के लिए एक रणनीति तय करते हैं। उस रणनीति पर चलते हुए आप धीरे-धीरे अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं और जहां कहीं भी आपको डर लगता है, आप डरते नहीं बल्कि ज्यादा मजबूती के साथ आगे की दिशा में बढ़ते हैं।
डर के आगे जीत है
यह क्रिएट फियरलेस चैलेंज कुछ भी हो सकता है। अगर आप स्टेज पर बोलने में सहज नहीं हैं, तो दूसरों के सामने बात करने को ही अपना लक्ष्य बना सकते हैं। आप पानी से डरते हैं तो स्वीमिंग सीख सकते हैं। आपको जानवरों से डर लगता हैं तो आप कुछ दिनों के लिए पालतू चिडिय़ाएं लाकर उनके साथ समय बिता सकते हैं। संक्षिप्त शब्दों में जो कुछ भी आपको डराएं, आप उसी से लड़ें, अपने उस डर पर विजय हासिल करें। यही है क्रिएट फियरलेस चैलेंज।
असली मकसद है खुद को खोजना
फियरलैस चैलेंज आपके अंदर छिपी शक्तियों को जागृत करता है। इसके जरिए आप जान पाते हैं कि आपके अंदर अनंत संभावनाएं भरी हुई हैं, पर आप उनसे अनजान हैं और इसी कारण आप वह सब हासिल नहीं कर पा रहे हैं जिसके आप हकदार हैं। इस चैलेंज के तहत मन-मस्तिष्क में छिपी नेगेटिविटी से मुक्ति पाना ही हमारा टारगेट होता है। इसके लिए कुछ अन्य उपाय भी आजमा सकते हैं। जैसे एक ब्लॉग बनाएं, आर्ट बनाएं या हाथों से किसी ऐसे काम को करने का प्रयास करें जो आपने पहले नहीं किया हो पर मन में करने की इच्छा हो। इसी तरह यदि जॉब करते हैं तो खुद का एक छोटा सा व्यवसाय खोलने का प्रयास करें।
ऐसे हासिल होगा लक्ष्य
विचार यह है कि आप जो कुछ करना चाहते हैं, उसके लिए 3 महीने का लक्ष्य निर्धारित करें। फिर इसे 1 महीने के छोटे लक्ष्य में तोड़ दें। आप एक महीने में कुछ बना सकते हैं या लॉन्च कर सकते हैं। आदर्श रूप से आप सप्ताह में 4-5 बार कुछ कर सकते हैं। जब आप अपने निर्धारित किए गए लक्ष्य को हासिल कर लें तो उसके बाद अगले उद्देश्य की पूर्ति में जुट जाएं। इस तरह कुछ ही समय में आप अपने अंदर बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।