मंदी से आप निराश हो जाते हैं और मोटिवेशन भी खत्म होने लगता है। याद रखें कि सफलता माइंडसेट की बात है। यदि आपका दिमाग यही जगह नहीं रहेगा तो आप अपने आपको मंदी से कभी उबार ही नहीं पाएंगे। इसलिए भले ही सेल्स में कमी आ जाए, आप बतौर सेल्सपर्सन अपने गोल्स पर फोकस्ड रहें। भले ही आप सफल न हों लेकिन फोकस्ड रहना मंदी के दौरान उससे कहीं महत्वपूर्ण है। इसलिए सकारात्मक रहें।
जब भी सेल डाउन होने लगती है या फिर मंदी छाने लगती है तो आपके मन में यही बात आती है कि जब कोई फायदा नहीं हो रहा है तो अभी इस काम को बंद कर देते हैं और वक्त गुजर जाने देते हैं लेकिन आपको यही चीज करने से बचना चाहिए क्योंकि अगर वो चीज करना बंद कर देंगे, जो सेल्स को बढ़ाती हैं तो फिर सेल बद से बदतर होती चली जाएगी। बस आपको लगातार बढ़ते ही जाना है।
अगर आप सच में स्ट्रगल कर रहे हैं तो फिर किसी की मदद जरूर लें। इस बात के पूरे चांस हैं कि कोई और भी कभी मंदी के ऐसे ही दौर से गुजरा हो, जिससे आप अभी इस वक्त गुजर रहे हैं। ऐसे में वो आपको काफी अच्छी सलाह दे सकता है क्योंकि उसके पास मंदी से निकलने का अनुभव है। इससे न केवल आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि आपको अच्छा भी महसूस होगा और आप सकारात्मक होंगे।
हां-ना टाइप के सवाल बातचीत की बजाय पूछताछ जैसा आभास देते हैं। यदि आप किसी से जानकारी चाहते हैं, सीखना चाहते हैं तो सवालों को खुला छोड़ें या फिर इनडायरेक्ट सवाल पूछें। सामने वाले को आजादी के साथ जवाब देने की इजाजत दें। इनोवेटिव जबाव सामने आएंगे।