गोंडवाना स्टूडेंट ने प्रबंधन पर लगाए समस्याओं की उपेक्षा के आरोप
मंडला•Aug 23, 2019 / 05:29 pm•
Mangal Singh Thakur
Angry student lock college gate
मंडला. गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित रानी दुर्गावती शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सामने छात्र-छात्राओं, कॉलेज के प्रधानाध्यापकों, व्याख्याताओं एवं स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई जब गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने कॉलेज परिसर के मेनगेट पर ताला जड़ दिया। इससे कुछ ही देर में महाविद्यालय के सामने से गुजरने वाले डिंडोरी मार्ग पर जाम की स्थिति निर्मित हो गई। स्टूडेंट यूनियन के पदाधिकारियों का आरोप था कि यह महाविद्यालय अनुसूचित क्षेत्र की सबसे बड़ी महाविद्यालय है लेकिन यहां प्रबंधन आरक्षण का पालन नहीं किया जा रहा है और वर्ष 2019-20 की प्रवेश प्रक्रिया में मनमानी की गई है। इससे अनेक छात्र-छात्राओं के भविष्य अंधकारमय होने की आशंका है। इसलिए गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन ने कॉलेज प्रबंधन से मांग की कि प्रवेश प्रक्रिया रद्द की जाए और पुन: प्रवेश प्रक्रिया नए सिरे से शुरु की जाए। इसके अलावा गोंडवाना यूनियन ने आरोप लगाया कि इससे पहले जो तीन अलग अलग ज्ञापन कॉलेज प्रबंधन को सौंपे गए थे, जिनमें समस्याओं के समाधान की अपील की गई थी, उन सभी समस्याओं को प्रबंधन उपेक्षित कर रहा है। यही कारण है कि गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने कॉलेज परिसर के मेन गेट पर ताला जड़ दिया और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
ये रहीं मुख्य मांगें
गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन की मंडला इकाई ने कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाए कि पहले संस्थान में एलएलबी एवं बीए एलएलबी पाठ्यक्रम चालू था लेकिन उसे मध्य सत्र में बंद कर दिया गया है। इसे पुन: शुरु किया जाए। इसके अलावा पत्रकारिता पाठ्यक्रम, एमएसडब्ल्यू एवं एमए समाज शास्त्र शुरु किया जाए। महाविद्यालय में अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास जर्जर स्थिति में है और यहां कभी भी खपरैल छत के क्षतिग्रस्त होने से गंभीर दुर्घटना हो सकती है। इसे दुरुस्त किया जाए। जिले के प्रत्येक महाविद्यालय में एसटी-एससी विद्यार्थियों के लिए 300-300 सीटर छात्रावास पुन: शुरु किया जाए। आवासीय भत्ता पिछले एक वर्ष से बंद है इसका भुगतान किया जाए।
अंदर चल रही थी परीक्षा
गेट पर ताला जड़ दिए जाने से कॉलेज के अनेक व्याख्याता, प्रधानाध्यापकों और छात्र-छात्राओं का जमावड़ा महाविद्यालय के सामने से गुजरते डिंडोरी मार्ग पर बढऩे लगा। कॉलेज प्राचार्य डॉ राजेश चौरसिया का कहना है कि गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन ने इस तरह की तालाबंदी के लिए किसी भी प्रकार से कॉलेज प्रबंधन को सूचित नहीं किया था। जिस वक्त गेट में तालाबंदी की गई, कॉलेज में चित्रकूट विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बैचलर ऑफ सोशल वेलफेयर की परीक्षा चल रही थी। परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे थे और उस वक्त कुछ इन्विजिटर भी भवन में उपस्थित थे। परीक्षा में व्यवधान पडऩे के कारण फोन पर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को खबर दी गई। जिला प्रशासन ने तत्काल तहसीलदार एवं थाना कोतवाली प्रभारी को बल सहित महाविद्यालय भिजवाया। अधिकारियों और पुलिस की समझाइश के बाद यूनियन के पदाधिकारियों ने गेट का ताला खोला।
रिक्त हैं सीटें
महाविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया के बारे में बताते हुए प्राचार्य डॉ चौरसिया ने बताया कि यूनियन की मुख्य मांग प्रवेश के लिए सीट बढ़ाने से संबंधित हैं। अभी तो प्रवेश प्रक्रिया के अंतर्गत कॉलेज लेवल काउंसलिंग चल रही है और सीटें रिक्त हैं। वर्तमान की सीटें भी अभी तक नहीं भरी हैं। 27 अगस्त के बाद द्वितीय चरण की काउंसलिंग शुरु होगी। इसके अलावा प्रति वर्ष 10 प्रतिशत सीटें बढ़ाई जा रही हैं जबकि भवन उतने ही हैं। यूनियन की दूसरी मांग एलएलबी कक्षाएं शुरु करने से संबंधित हैं। किसी भी महाविद्यालय में एलएलबी की कक्षाएं बार काउंसिल ऑफ इंडिया के मापदंडों के आधार पर ही शुरु की जाती हैं। एलएलबी कक्षाओं के लिए महाविद्यालय मापदंड पूरे नहीं करता, क्योंकि प्रबंधन के पास न ही भूमि है और न ही भवन। महाविद्यालय को अभी एफिलिएशन- संबद्धता भी नहीं मिली है जबकि इसके लिए राशि जमा की जा चुकी है। बिना संबद्धता के यदि किसी छात्र को एडमिशन दिया जाएगा और उसे परीक्षा देने को नहीं मिलेगा तब और विसंगतियां उत्पन्न होंगी। इसलिए जब तक बार काउंसिल से अनुमति नहीं मिलती, एलएलबी क्लासेस शुरु नहीं की जा सकती। हालांंकि अगले सेशन तक एलएलबी कक्षाएं शुरु हो जाने की संभावना जताई गई है।