लावारिस मिली बच्ची को लेकर दिखी मानवता, अस्पताल में मनाया जन्म दिन बांटी मिठाई
मंडला•Oct 20, 2020 / 06:10 pm•
Mangal Singh Thakur
जिला अस्पताल में होगा आर्या का उपचार, नैनपुर से मंडला रेफर
मंडला. नैनपुर थाना के अंतर्गत ग्राम पंचायत रैवाड़ा में एक नवजात बच्ची को लावारिस हालत में लोगों ने देखा। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। लोगों ने बताया कि ग्राम रैवाड़ा के पटेल बस्ती के शिव मंदिर के पीछे बच्ची के रोने की आवाज आ रही थी। वहीं आसपास कुत्ते भी भौंक रहे थे। मंदिर में पूजा करने आए स्थानीय निवासियों ने पीछे जाकर देखा तो नवजात बच्ची बोरी से लिपटी पड़ी थी। जिसे तत्काल सुरक्षित रखते हुए पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कर बच्ची को नैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती करवाया। जहां डॉक्टरों ने नवजात को बचा लिया। डॉक्टरों ने पुलिस को बताया कि नवजात बच्ची एक दिन पहले जन्मी हुई लग रही है। बाद में बच्ची की सुरक्षा को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। बच्ची को एसएनसीयू में रखा गया है। कुछ दिन बाद जबलपुर भेज दिया जाएगा। जहां से कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए बच्ची को गोद ले सकेंगे। बताया गया कि लावारिस हालत में नवजात की जानकारी मिलते ही आस-पास के कई लोग अस्पताल पहुंच गए। गोद लेने की इच्छा जाहिर की। लेकिन पुलिस ने बच्ची को किसी के हवाले नहीं किया। पुलिस की सूचना पर बाल कल्याण विभाग के अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे।
थाना प्रभारी ने नाम रखा आर्या
रैवाड़ा में लावारिस बच्ची की सूचना मिलने के बाद नैनपुर थाना प्रभारी आरएन दुबे ने तत्काल एक टीम भेजी। जिसने बच्चे को सुरक्षित रूप में आशा कार्यकर्ताओं के साथ नैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। नैनपुर थाना प्रभारी ने पंचाग देखने के बाद बच्ची नाम आर्या सुझाया। वहीं जानकारी लगते ही सामाजिक कार्यकर्ता अस्पताल पहुंच गए। शशांक चौरसिया, दीपक शर्मा, विनय नामदेव, स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ की मौजूदगी में बच्ची का जन्मदिन मनाया गया। इस अवसर पर नैनपुर अस्पताल को गुब्बारे से सजाया गया और मिठाई बांट कर बच्ची का जन्मदिन मनाया। नवजात को लवारिस छोडऩे वाले माता पिता पर अपराध क्रमांक 204/20 धारा 317 आई पी सी के तहत मामला कायम किया है। पुलिस बच्ची के माता पिता की तलाश में जुट गई है।