ब्लड डोनर्स पर मंडराते खतरे को कलेक्टर ने तत्काल लिया संज्ञान में
मंडला•Aug 23, 2019 / 05:38 pm•
Mangal Singh Thakur
Collector reached surprise inspection of blood bank
मंडला. आईएसओ प्रमाणित जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में डोनर्स के शरीर से रक्त निकालने का काम बंैक के कर्मचारियों के हवाले सौंपा गया है जो अपने आप में बेहद लापरवाही से भरा काम है। रक्तदान के दौरान जरा सी लापरवाही से ब्लड डोनर्स पर संक्रमण का खतरा किस तरह मंडरा सकता है और ब्लड बैंक में डोनर के शरीर से ब्लड निकालने के दौरान जो लापरवाहियां बैंक कर्मचारियों द्वारा की जा रही हैं। इन सभी बिंदुओं को पत्रिका ने 22 अगस्त के अंक में प्रमुखता से उठाया था। जिसे कलेक्टर डॉ जगदीश चंद्र जटिया ने तत्काल संज्ञान में लिया और गुरुवार की दोपहर को ब्लड बंैक के औचक निरीक्षण पर पहुंचे। यहां छाई अव्यवस्थाओं पर कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन को सख्त लहजे में निर्देश दिए और ब्लड बंैक की कार्यप्रणाली को नियमानुसार संचालित करने की चेतावनी दी।
स्टाफ बैठा रहा लेकिन नहीं दिखी नर्स
गुरुवार की दोपहर को ब्लड बैंक के काउंटर में दो स्टाफ नर्स रजिस्टर आदि का मिलान करते दिखाई पड़ीं। जब उनसे पूछा गया कि सुबह ड्यूटी में क्या कोई स्टाफ नर्स उपस्थित थी? इस पर उनका जवाब था कि हम तो यहां रजिस्टर की एंट्री आदि देखने आए हुए हैं, ड्यूटी में कौन स्टाफ नर्स थी, यह ब्लड बंैक के ऑफिस में उपस्थित कर्मचारी बता पाएंगे। जब ब्लड बैंक के कक्ष क्रमांक एक में उपस्थित कर्मचारियों से इस बारे में पूछा गया कि आज ब्लड बंैक में स्टाफ नर्स उपलब्ध थी या नहीं। तो कर्मचारियों का यही कहना था कि हम तो सुबह से इसी कमरे में बैठकर काम कर रहे हैं, काउंटर पर कौन स्टाफ नर्स थीं, यह हमने देखा नहीं।
हालांकि विभागीय सूत्रों का कहना है कि कलेक्टर जटिया के औचक निरीक्षण से अस्पताल प्रबंधन सकते में हैं क्योंकि कलेक्टर सीधे ब्लड बैंक ही पहुंचे थे और वहां पाई गई खामियों को सुधारने के सख्त निर्देश देकर वापस लौट गए।