मंडलाPublished: Oct 04, 2019 11:44:44 am
Mangal Singh Thakur
सिर्फ गुणवत्ता सुधारने में प्रशाासन का ध्यान,
Mid day Meal
बबलिया. जहां कलेक्टर स्कूलों का औचक निरीक्षण कर मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता सुधारने पर जोर दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर मध्यान्ह भोजन बनाने वाले रसोइयो को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है। मीनू के अनुसार भोजन बनाने के लिए जोर दिया जा रहा है लेकिन पर्याप्त ईधन की व्यवस्था नहीं की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के माध्यमिक और प्राथमिक स्कूलों से जिला प्रशासन द्वारा दिए गए गैस सिलेंडर और चूल्हे गायब हैं। कई स्थानों में तो समूहों को गैस सिलेंडर दिया ही नहीं गया है। इस कारण रसोइयों को गीली लकडिय़ों से निकलने वाले धुएं के गुबार में मध्यान्ह भोजन पकाना पड़ रहा है। विभाग के अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी होने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। इतना ही नहीं समूह की महिलाएं अपने खर्चे से ही लकडिय़ों की व्यवस्था कर रही हैं। ऐसे ही हाल बबलिया के समीपी ग्राम घुघरी वन ग्राम में की समूह की महिलाओं के हैं। वन ग्राम घुघरी एवं घुघरी माल के अन्नपूर्णा स्व सहायता समूह के रसोईयो ने बताया कि लगभग 12 वर्ष हो गए प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बना रहे हैं। शुरू से ही खाना बनाने वाली महिला रसोइयों को गैस सिलेंडर और चूल्हे नहीं दिए गए हैं। मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए रसोइये अपने घर से लकड़ी ला रहे हैं। लेकिन लकड़ी का भुगतान अब तक नहीं किया जा रहा है। जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को भी दी गई है लेकिन कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है।