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मंडला

वाहन निकलते ही उड़ते हैं धूल के गुब्बारे

नगर के बीच से भारी वाहनों की आवाजाही, जन जीवन प्रभावित

मंडलाApr 22, 2019 / 11:21 am

Mangal Singh Thakur

Driving out of the vehicle as dust

वाहन निकलते ही उड़ते हैं धूल के गुब्बारे

मवई. मुख्यालय मवई में इन दिनों भारी वाहन डंफर की अत्यधिक आवाजाही से परेशानी बड़ गई है। दिनभर में सैकड़ो लोड डंफर से जन जीवन प्रभावित हो रहा है। जानकारी के अनुसार डिंडोरी जिला सीमा में सडक़ निर्माण कार्य चल रहा है। जिसके लिए मटेरियल की सप्लाई मंडला जिले से जा रही है। जो मुख्यालय मवई में बायपास के आभाव के चलते कस्बे के बीच तेज रफ्तार से निकल रहे हैं। मुख्यालय मवई में लंबे समय से की जा रही सडक़ चौड़ीकरण की मांग को प्रशासन ने कभी गंभीरता से नहीं लिया जिसका खामियाजा मुख्यालय मवई के लोगो को अभी उठाना पड़ रहा है। मुख्यालय मवई के अंदर इतनी सकरी सडक़ है की दो भारी वाहन आमने-सामने से आ रहे हो तो निकलना मुश्किल होता है वही हमेशा दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है ।
धूल के गुब्बारों से ग्रामीण परेशान
भारी वाहनों के निकलने के कारण नगर के अंदर सडक़ की हालत खराब हो चुकी है। नाली के आभाव में बारिश का पानी भी सडक़ों में बहता है। जिससे बारिश के दिनों में पैदल चलना मुश्किल होता है। सडक़ में अगर तेज रफ्तार से कोई वाहन बारिश के दिनों में गुजर जाए तो सडक़ का पानी घरों और दुकानों में घुस जाता है। जिससे परेशानी तो होती है साथ ही आर्थिक हानि का भी सामना करना पड़ता है। वर्तमान में पूरी सडक़ धूल मिट्टी से पटी है। जब भारी वाहन निकलते हैं तो पूरी सडक़ में धूल के गुब्बारे उडऩे लगते हैं। जिससे लोगो का पैदल चलना भी दूभर हो रहा है। सडक़ किनारे वाले व्यापारियों का कहना है डंफर निकलते है तो सडक़ की धूल दुकान में आ जाती है। दुकान की सामग्री खराब हो रही है। सुबह से शाम तक में इतनी धूल जम जाती है कि उपयोग करना मुश्किल हो जाता है। ग्राहक भी लेने से इंकार कर रहे हैं। उक्त समस्या से व्यापारियों में रोष है। व्यापारियों का कहना है कि सुबह से जो डंफरो की अवाजाही शुरू हो जाती है। जो लगातार रात तक चलती है। शुरुआत के दिनों में जब डंफर की आवाजाही शुरू हुई तो लगा बस एक दी दिनों की बात है लेकिन लगभग एक माह का समय बीतने के बाद भी डंफरों पर लगाम नहीं लग रही है।
स्थानीय लोगो की माने तो बेलगाम दौड़ते डंफरों की वजह से हमेशा कोई बड़ी दुर्घटना होने की सम्भावना बनी रहती है। कस्बा होने की वजह से बड़ी संख्या में लोग दिन भर सडक़ में आते जाते हैं। वहीं बच्चे भी सडक़ के आसपास खेलते नजर आते हैं। इसी सकरी सडक़ से तो दुर्घटना का डर रहा है। अभिभावक भी बच्चों के घर से निकलते ही चिंतित हो जाते हैं। लोगो ने मांग की है की इन डंफर के गुजरने के लिए प्रशासन अलग मार्ग की व्यवस्था बनाएं या इनके आवाजाही के लिए समय का निर्धारण किया जाए। 

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