दिया अल्टीमेटम, सौंपा ज्ञापन
मंडला•Oct 05, 2019 / 09:41 pm•
Mangal Singh Thakur
Guest teachers stopped the march of Congress
मंडला. जिला अतिथि शिक्षक परिवार के पदाधिकारियों ने 5 अक्टूबर को सिंगारपुर चौराहे में कांग्रेस की पदयात्रा को रोका और अल्टीमेटम देते हुए ज्ञापन सौंपा है। संगठन के पदाधिकारियों ने जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री के नाम लिखे ज्ञापन पत्र में अतिथि शिक्षकों की लंबित नियमितीकरण की मांग को तत्काल पूरा करने के लिए मांग की गई है। जिसे सरकार ने वचन पत्र में शामिल करने के बाद भी अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। सरकार अपने स्तर पर समिति, उपसमिति बनाई है तो कहीं बार बार मीटिंग बुलाकर तरह तरह की बातें कर अतिथि शिक्षकों का ध्यान भटकाने का काम करने में लगी हुई है। अतिथि शिक्षकों का जीवन बर्बाद करते हुए समय व्यतीत किया जा रहा है। जिससे प्रदेश के लाखों अतिथि पूरी तरह से टूट चुके हैं। मुख्यमंत्री ज्ञापन पत्र में अल्टीमेटम दिया गया है कि 5 दिवस के अंदर नियमितीकरण पर ठोस कार्यवाही नहीं की जाती है तो अतिथि शिक्षक भूखे और अद्र्धनग्न उग्र आंदोलन करने विवश हो जाएंगे। अतिथि शिक्षकों ने आरोप लगाया है कि भाजपा के शासन काल में तो कम से कम अतिथि शिक्षकों को बेरोजगार होना पड़ा था, परंतु कांग्रेस की सरकार आते ही आधे से भी अधिक अतिथि शिक्षकों को रोजगार से हाथ धोना पड़ रहा है।
बच्चों के भविष्य से खिलवाड़
विषयमान अड़ंगे लगाकर अतिथि शिक्षकों की भर्ती नहीं होने से शिक्षकविहीन स्कूलों में छात्रों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। हाल ही में तिमाही परीक्षाएं संपन्न हुई है, जिसके लिए पर्याप्त कोर्स नहीं कराया जा सका है और परीक्षाएं लेकर औपचारिकता पूरी कर ली गई है। ऐसी स्थिति में शिक्षा की गुणवत्ता की उम्मीद तो की ही नहीं जा सकती। गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चों के साथ सरकार खिलवाड़ करने में लगी हुई है। सरकार की वर्तमान शिक्षा नीति की घोर निन्दा करते हुए यह भी आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद भी अतिथि शिक्षकों को रोजगार से अलग किये जाने का सिलसिला बीजेपी शासन काल से भी कई गुना बढ़कर बदस्तूर जारी है।
कराया जाए भुगतान
जिला कांग्रेस कमेटी यात्रा प्रभारी के नाम लिखे गये पत्र में मांग की गई है कि पिछले सत्र 2018-19 के कई स्थानों पर कई महीनों से मानदेय रुका हुआ है इसका भुगतान कराया जाये। अतिथि शिक्षक संघ के पीडी खैरवार ने बताया कि निवास में एक साल का एरियर भुगतान होना शेष है। निवास विकास खंड के अतिथि शिक्षकों को पिछले सत्र से बढ़ा हुआ मानदेय का भुगतान नहीं कराया गया है। इस सत्र का मानदेय भी भगवान भरोसे है। इस शिक्षा सत्र में भर्ती हुए अतिथि शिक्षकों की अब तक ऑनलाइन फीडिंग नहीं कराये जाने से संशय बना हुआ है कि बिना फीडिंग हुए मानदेय का भुगतान कैसे संभव होगा। अतिथि शिक्षकों की भर्ती कराये जाने के आदेश अभी हाल में आये हैं, जबकि भर्तियां तो जुलाई के महीने में ही हो चुकी हैं। इसे मर्ज किस तरह किया जायेगा, समझ से परे है, जबकि अतिथि शिक्षक अब तक स्कूलो़ की व्यवस्था सम्हाले हुए हैं। शनिवार के इस वचन निभाओ ज्ञापन अवसर पर जिला संगठन के दर्जनों पदाधिकारी शामिल हुए।