बरसात शुरू होते ही शुरू होगी आवक सब्जियों के थोक व्यापारी उमाशंकर सिंधिया ने बताया कि पिछले कुछ माहों से स्थानीय कछारों में होने वाली सब्जियां ही बाजार में बेची जा रही है बाहर से सब्जियों की आवक नहीं कराई जा रही है क्योंकि जितनी सब्जी की मांग बाजार में है उतना उत्पादन जिले में ही होता है, लेकिन अब जैसे-जैसे बारिश तेज होगी और नर्मदा तटों में कछार डूब में आते जाएंगे तो ऐसी स्थिति में बाहर से सब्जियों की आवक शुरू हो जाएगी।
अभी और बढ़ेंगे दाम सब्जी के थोक व्यापारियों का कहना है कि आने वाले दो-तीन माह सब्जियों के दाम अधिक ही रहेंगे जिसका कारण बढ़ते डीजल के दाम को बताया जा रहा है डीजल के दाम बढ़ने से माल भाड़ा में काफी बढ़ौत्तरी हो गई है। अब जब दूसरे शहरों से सब्जियों की आवक होगी तो भाड़ा जुड़कर इनके दाम अधिक बढ़ जाएंगे जब थोक सब्जी के दाम में अधिक होंगे तो फुटकर के दाम स्वाभाविक रूप में बढ़ जाएंगे। थोक व्यापारी उमाशंकर सिंधिया ने बताया कि बरसात के दिनों में सब्जियों का उत्पादन सामान्य रूप से भी अधिक ही होता है जिसका कारण यह है कि बारिश से सब्जियों के फूल झड़ जाते हैं पौधे में यदि 10 फूल हैं तो हवा-बारिश से 4-5 फूल झड़ जाते हैं। वर्तमान में स्थानीय सब्जियों की आवक हो रही है बरसात शुरू होने पर जब स्थानीय सब्जियों की आवक कम होगी तो बाहर से सब्जियों की आवक शुरू होगी, माल भाड़ा में काफी बढ़ौत्तरी हुई है जिससे आने वाले समय में सब्जियों के दाम और बढ़ सकते हैं।
उमाशंकर सिंधिया, थोक सब्जी व्यापारी, मंडला।