जबलपुर के लिए चली बसें, यात्रियों को राहत
मंडला•Sep 16, 2020 / 05:15 pm•
Mangal Singh Thakur
अब सफर होगा आसान, कुछ रूटों में चलने लगी बसें
मंडला. जिले में यात्री बस संचालन शुरू होने से यात्रियों ने राहत की सांस ली। जिला मुख्यालय व सिवनी, जबलपुर, डिंडोरी जाने के लिए बस संचालन का इंतजार कर लोगों को बड़ी राहत मिली है। जिले में चिकित्सा व्यवस्था ठीक न होने के कारण ज्यादातर लोग गंभीर बीमारी के लिए जबलपुर व नागपुर पर निर्भर हैं। यात्री बसें बंद होने से उन्हें निजी वाहन करके जाना पड़ रहा था। दूसरी ओर आर्थिक रुप से कमजोर लोग बस संचालन का इंतजार कर रहे थे। अब सिवनी और जबलपुर के लिए बसों का संचालन शुरू कर दिया गया है। मंगलवार को सिवनी के लिए एक व जबलपुर के लिए पांच बस रवाना हुई।
मंगलवार से बस सेवाएं शुरू हो गई। पहला दिन होने के कारण सरकारी व प्राइवेट बस स्टेंड में यात्रियों की संख्या काफी कम रही। अधिकतर रूटों की बसें चंद यात्रियों को लेकर रवाना हुई। दूसरे जिले के साथ ही अंतरजिला में भी बस का संचालन शुरू कर दिया गया है। लेकिन उन्हें पर्याप्त यात्री नहीं मिल रहे हैं। मंगलवार को निवास व मवई के लिए बसें चली। वहीं बिछिया के लिए एक दोपहर को स्टैंड में लगाई गई थी। लेकिन काफी इंतजार के बाद भी सिर्फ एक ही सवारी मिली। जिसके बाद बस को नहीं चलाया गया।
हालांकि जबलुपर रूट में स्थिति कुछ बेहतर रही। इस रूट की बस में 15 से 20 यात्री सवार दिखे। यात्रियों की संख्या कम होने की वजह से कई ट्रांसपोर्टरों ने बसों का परिचालन नहीं किया। ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण यात्रियों की संख्या काफी कम है। ऐसे में ईंधन, चालक एवं कंडक्टर का खर्च भी निकलना मुश्किल है। यात्रियों की संख्या बढऩे के बाद ही बसों का परिचालन किया जाएगा। बस एसोसिएशन के अध्यक्ष लीलाधर बर्वे का कहना है कि सभी बड़े एवं छोटे वाहनों में निर्धारित सीट पर ही यात्रियों को बिठाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही सभी कर्मियों को मास्क पहनकर ही बस संचालित करने का निर्देश दिया गया है। बस संचालकों का दावा है कि वे सरकार के निर्देशों का पूरी तरीके से पालन कर रहे हैं।
यात्रियों ने ली राहत की सांस
जबलपुर जा रहे कन्हैया पटेल का कहना था कि बस सेवा शुरू होने से निम्न एवं मध्यम तबके के लोगों को काफी राहत मिलेगी। जबलपुर रूट में बस नहीं चलने की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। मनीराम ने बताया कि उसका टेंट का व्यवसाय है। एम्पलीफायर खराब हो गई है। जिसे आसपास के मैकेनिक नहीं सुधार पा रहे हैं। उपकरण न मिलने के कारण जबलपुर ले जाना है। बस चलने से नवरात्र के पहले सुधार कार्य हो जाएगा।
एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से ट्रांसपोर्टरों की आर्थिक कमर टूट चुकी थी। स्थिति सामान्य होने में काफी लंबा समय लग जाएगा। कई ट्रांसपोर्टर तो इतने प्रभावित हुए हैं कि वह दोबारा बस परिचालन की स्थिति में नहीं है। काफी समय से बस खड़े रहने से तकनीकी खराबी भी आ गई है। दोपहर को यात्रियों को लेकर जबलपुर जा रही बस बिंझिंया तिराहा में बंद हो गई जिसे धक्का देकर चालू करना पड़ा।
बस संचालकों का कहना है कि श्राद्ध के कारण लोग कम ही सफर करते हैं। शत प्रतिशत बसों का संचालन होने में करीब एक माह का समय लग सकता है क्योंकि श्राद्ध की समाप्ति के बाद अधिक मास होने से उस माह में भी यात्रियों की अपेक्षित बढ़ोतरी होना संभावित नहीं है। अत: नवरात्रि शुरू होने के बाद ही यात्री बसों का संचालन सुचारु रूप से हो सकेगा।