खेतीहर समस्याओं का खुद समाधान कर सकेेंगे किसान
मंडला•Oct 14, 2020 / 10:10 pm•
Mangal Singh Thakur
Technical information is being taught to farmers by country diploma
मंडला. जब भी कभी किसान अपनी खेती से सबंधित समस्याओं जैसे बीज, खाद, कीट, बीमारी नियंत्रण के लिए कृषि आदान विक्रेता के पास जाता है। तो उसकी उनसे अपेक्षा रहती है कि उनका उपयोग गुणवत्ता एवं मात्रा के हिसाब से किस प्रकार किया जाना है। परंतु अधिकतर कृषि आदान विक्रेता की कृषि तकनीकी में पकड़ नहीं रहती और वे कृषक समुदायों की समस्याओं का सटीक निदान नहीं कर पाते।
जानकारों का कहना है कि यदि इन कृषि आदान विक्रेताओं को कृषि तकनीकी का कृषि पाठ्यक्रम के माध्यम से ज्ञान प्रदाय किया जाये तो निश्चित तौर पर ये पैरा एक्सटेंशन कार्यकर्ता रूप मे कार्य करते हुये कृषि विकास में वृद्धि के लिए मील का पत्थर साबित हो सकते है।
राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान हैदराबाद द्वारा कृषि विकास आदान विक्रेताओ के कृषि तकनीकी ज्ञान मे वृद्धि के लिए एक वर्षीय डिप्लोमा (48 सप्ताह) का कार्यक्रम राज्य कृषि विस्तार एवं प्रषिक्षण संस्थान भोपाल (म.प्र.) जिले मे आत्मा परियोजना तथा कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा कार्यान्वित किया गया।
40 ने कराया पंजीयन
कृषि विज्ञान केंद्र से दी गई जानकारी के अनुसार, जिले के 40 कृषि आदान विक्रेता पंजीकृत थे जिनमें प्रमुख रूप से सोनल ट्रेडर्स बम्हनी के मोहन अग्रवाल, दिनेष पोपटानी, कंचन-संदीप वाधवानी, संजीत धनगर, रंजीत कछवाहा, संगीता-संदीप रावत, संदीप खोब्रागड़े, दयाराम गुमास्ता, राहुल डेहरिया आदि शामिल हुए। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. आरपी अहिरवार, डॉ.प्रणय भारती एवं एनके पंद्रे, केतकी धूमकेती एवं आत्मा परियोजना के आदित्य मरावी एवं संजय श्रीवास ने कृषि आदान विक्रेताओ को कृषि डिप्लोमा के लिए तैयार किया और इन सभी ने परीक्षा पास की। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अब वे कृषि समस्याओं का तकनीक के सहारे समाधान स्वयं कर सकेंगे।
48 सप्ताह के कोर्स में पंजीकृत आदान विक्रेताओं को कृषि के सभी विषयों सस्य विज्ञान, पौध राग, कीट, मृदा विज्ञान, कृषि अर्थशास्त्र, कृषि मौसम विज्ञान, कृषि विस्तार आदि की विषय विषेशज्ञों द्वारा प्रयोगिक सैद्धांतिक कक्षाओंं द्वारा एवं प्रयोगिक ज्ञान प्रक्षेत्र भ्रमण जैसे गुलाब अग्रवाल मेमोरियल उद्यान कटंगी, अमित राइस इंड्रस्टीज कोरगांव, दुबे संकर सब्जी प्रक्षेत्र राज्य जैविक प्रक्षेत्र चिरईडोंगरी आदि में करवाया गया। राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान हैदराबाद के प्रतिनिधि उपसंचालक आरके गनेषे, किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के उपसंचालक एवं प्रभारी आत्मा परियोजना संचालक एसएस मरावी, कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख तथा देसी डिप्लोमा के फेसीलेटर डॉ विशाल मेश्राम एवं कृषि महाविद्यालय बालाघाट के बाह्य पर्यवेक्षक डा. सुरेन्द्र राय की उपस्थिति में प्रतिभागियों के ज्ञान का परीक्षण वायवा, थ्योरी, स्पोटिंग आदि विभिन्न चरणों के माध्यम से किया गया। सीखी हुई जानकारी के प्रदर्शन के लिए फील्ड रिकार्ड हरबेरियम, असाइनमेंट, कृषक समस्या समाधान पंजी बना कर ज्ञान को प्रदर्शित किया गया।