शाला में दर्ज 58 बच्चों को स्कूल बुलाया जा रहा है। सुबह 10.30 बजे से 1.30 बजे तक कक्षाएं भी संचालित हो रही हैं। लंबे समय बाद स्कूल खुलने से स्कूल की सामग्री अस्त व्यस्त व गंदगी पसरी हुई थी। जिसे साफ करने की जिम्मेदारी भी बच्चों को दे दी गई। मालीमोहगांव स्कूल में बच्चों से स्कूल की पेटी पानी से धूलावाई जा रही थी। जैसे ही पत्रिका टीम मौके पर पहुंची कैमरा देखते ही शिक्षक सक्रिय हुए और बच्चों से काम बंद करने को कहने लगे। लेकिन बच्चे आधा काम बीच में छोडऩे को तैयार नहीं थे और शिक्षकों के मना करने के बाद भी पेटी की सफाई करते रहे। कुछ पेटियां पहले ही धूलकर सूखने को रख दी गई थी।
मोहल्ला क्लास का नाम समूह में बैठ रहे बच्चे
स्कूल के शिक्षकों ने बताया कि शासन के निर्देश के बाद जिन स्कूलों में मैदान व बाहर बैठने की सुविधा है वहां कक्षा लगनी प्रारंभ हो गई है। प्राथ शाला माली मोहगांव में बच्चों को बरगद की छांव के नीचे पढ़ाया जा रहा है। जबकि कोरोना के नये प्रकरण आने के बाद जिला प्रशासन फिर से सतर्क हो गया है। इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में लापरवाही देखने को मिल रही है।
इनका कहना
लंबे समय से स्कूल बंद रहने के कारण पेटी में धूल मिट्टी जम गई थी। जिसे मजदूर लगाकर साफ कराया जा रहा है। मजदूर दूसरे काम में व्यस्थ था तो बच्चों की मदद ली गई।
दशरथ सिंह वालरे, शाला प्रभारी