बर्तन धोने को कहा… तो कर दी हत्या
रॉड मार-मारकर 20 वर्षीय युवक ने की नृशंस हत्या
Told to wash the dishes … then did the murder
मंडला. 10-11 जनवरी की दरमियानी रात को नैनपुर थाना क्षेत्र में हुई नृशंस हत्या का पर्दाफाश कर लिया गया है। हत्या सिर्फ इसलिए की गई क्योंकि मृतक डंपर चालक आरोपी परिचालक को हमेशा जूठे बर्तन मांजने के लिए कहता था। आरोपी को पुलिस ने महज 48 घंटों में गिरफ्तार करने में सफलता पाई। नैनपुर थाना अंतर्गत निवारी तिराहे के पास उक्त तिथि को खड़े डंपर के चालक सोने सिह लोधी पिता हुकुम सिह निवासी बीजाडांडी-तेंदुखेड़ा, उम्र 50 की खून से लथपथ लाश डंपर के केबिन सीट में पाई गई थी। मौके से परिचालक
सुरेंद्र ठाकुर निवासी तेंदूखेड़ा फरार था लेकिन उसके खून से भरे हुए जूते पुलिस को घटनास्थल पर बरामद हो गए थे। आरोपी सुरेन्द पिता हुकुम गोंड, उम्र 20 वर्ष को 48 घंटे में ग्राम जरोन थाना पाटन में उसकी बुआ के घर से सोते हुए देर रात पकड़ा। आरोपी सलेया थाना तेंदू खेड़ा जिला दमोह का रहने वाला है। उक्त डंपर पर्वत सिंग लोधी निवासी नरसिंहपुर जिले का है जिसकी देख रेख निवारी में रह रहा उसका भांजा अखिलेश ठाकुर करता है। दो महीने से डंपर अखिलेश के पास ही है। सोने सिंग के पिता के आँखों का ऑपरेशन होना था इसलिए वह गुरुवार की सुबह 6 बजे जबलपुर जाने वाली टे्रन से रवाना होने वाला था। घटना की रात को सह चालक सुरेंद्र उसके साथ था। दोनों किरार समाज के भवन में सोने वाले थे लेकिन आखिर में डंपर में ही सो गए थे। घटना कारित करने वाले सुरेन्द ने बताया की उसने सोने सिंह को गुस्से में उसे मार डाला। वह उसे गाली देकर कपड़े धुलाने के साथ जूठी थाली मांजने के लिए बोलता था।
विवाद के कड़ी भी यही थी, जब सोने सिंग सो गया तो आरोपी बदले की आग में जलता रहा। पहले उसने सोते हुए सोने सिंह पर लोहे की राड से वार किया। जब यकीन नहीं हुआ कि वो मर गया तो इसने चाकू से चेहरे पर वार किया। सोने सिंग की सोते हुए ही मौत हो गई। बाद में सुरेन्द ने सावर्जनिक कुआ में अपने कपड़े फेंके और 6 बजे नैनपुर से जबलपुर ट्रैन से जबलपुर बुआ के यहाँ चला गया।
हत्या की सूचना देने वाले अखिलेश ने पुलिस को बताया था कि डंपर उसके मामा तेंदूखेड़ा निवासी परवत सिंह का है इसे अखिलेश यहां पर चलवा रहा है। पाद्रीगंज मे चल रहे ब्राडगेज के कार्य में रेत सप्लाई उक्त डंपर से किया जाना था। बुधवार की शाम को अखिलेश ने डंपर को नैनपुर बुलवा लिया था क्योकि वाहन चालक सोने सिह लोधी पिता हुकुम सिह निवासी बीजाडांडी-तेंदुखेड़ा, उम्र 50 गुरुवार की सुबह 6 बजे वाली रेलगाड़ी से अपने घर जाने वाला था। रात्रि मे ड्राइवर-कन्डक्टर दोनो खाना बना रहे थे। ड्राइवर को अखिलेश ही स्टेशन तक छोडऩे जाने वाला था। इसलिए जब वह गुरुवार की सुबह 5.30 बजे वाहन के पास पहुंचा और ड्राइवर को आवाज दी। जवाब नहीं मिलने पर डंपर का दरवाजा का खोलकर देखा तो केबिन के ऊपर की सीट पर खून से लथपथ सोने सिंह मिला। जब अखिलेश ने कंडक्टर सुरेंद्र ठाकुर निवासी तेंदूखेड़ा को आवाज दी तो वह कहीं भी नहीं मिला, तब पुलिस को सूचना दी गई। खबर मिलने के कुछ समय बाद ही एसडीओपी पुरुषोत्तम सिह मरावी अपनी टीम के साथ घटना स्थल पहुंचे। जांच के दौरान मंडला एफएसएल टीम को सूचना दी गई। एफएसएल टीम व डाग स्क्वॉयड भी कुछ देर में घटना स्थल पर पहुंचे और जांच शुरु की गई।
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