ग्रामीणों के विरोध के बाद भी परियोजना को निरस्त नहीं किया जा रहा है। जिससें ग्रामीणों में आक्रोष पनप रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि ओढारी में बनने वाले बसनिया बांध के सबंध में ग्राम सभा में कोई चर्चा नहीं की गई। जबकि मंडला पांचवी अनुसूची में आता है जहां ऐसा कानून अधिसूचित है। ग्राम सभा की सहमति के बिना कोई कार्य नहीं किया जा सकता। बांध से ओढारी, दरगढ़, दुपट्टा, रमपुरी सहित जिले के 18 गांव व डिंडोरी जिले के 13 गांव कुल 31 गांव विस्थापित व प्रभावित होंगे। विस्थापन का डर लोगों को सता रहा है। जिसके चलते ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। बैठक में निर्णय लिया गया है कि अब महिलाओं व बच्चों को भी ग्राम सभा में शामिल कर चर्चा की जाएगी। आवश्यकता पडऩे पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
गौरतलब है कि 2731 करोड़ की लागत से बनने वाली बसनिया बांध से 8780 हैक्टेयर में सिंचाई और 100 मेगावाट जल विद्युत उत्पादन होना प्रस्तावित है। इस बांध से 18 गांव मंडला और 13 गांव डिंडोरी जिले के प्रभावित होने वाले है। बांध में कुल 6343 हैक्टेयर जमीन डूब में आएगी। जिसमें 2443 हैक्टेयर निजी भूमि,1793 हैक्टेयर शासकीय भूमि और 2107 हैक्टेयर वन भूमि शामिल है। बांध की स्वीकृति वर्ष 2017 में दी गई है। जिसके बाद से लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। बताया गया कि बसनिया बांध से 8780 हैक्टेयर में सिंचाई और 100 मेगावाट जल विद्युत उत्पादन होना प्रस्तावित है। बांध में कुल 6343 हैक्टेयर जमीन डूब में आएगी।