मंडलाPublished: Apr 12, 2019 08:57:14 pm
shivmangal singh
गेहूं की पकी फसल पर बादल-पानी का संकट
अचानक बदला मौसम, कटाई कर रहे किसान परेशान
मंडला. पूरे जिले के गेहूं उत्पादक क्षेत्रों में गेहूं की फसल लहलहा रही है। खेतों में फसल पक कर तैयार है और किसान कटाई कार्य में व्यस्त हैं। जिले के लगभग 16 हजार किसानों में से अधिकांश के खेतों में कटाई का काम अब भी अधूरा है। ऐसे में कल दोपहर से मौसम के करवट लेने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें गहराने लगी हैं। पिछले तीन दिनों से जिले के किसी न किसी हिस्से में बूंदाबांदी हो रही है और आसमान पर बादलों का आना जाना जारी है। लेकिन कल दोपहर जिले के अधिकांश हिस्सों में काले बादलों ने आसमान को घेर लिया और अंधेरा घिरते घिरते अनेक क्षेत्रों में हल्की बारिश शुरु हो गई। इसके साथ बादलों की गडगड़़ाहट और बिजली की चमक भी जारी रही। ऐसे में किसानों के आंखों की नींद उड़ चुकी है। बारिश में भीगने से गेहूं के दाने बर्बाद हो जाएंगे। उनकी कटाई भी नहीं हो पाएगी और किसान की पूरी मेहनत पर पानी फिर जाएगा।
जिले के गेहूं उत्पादक क्षेत्रों में प्रमुख नैनपुर, पिंडरई, जामगांव, जहरमउ, चिरईडोंगरी, पदमी, औघटखपरी, सुकतरा, माधोपुर, अंजनिया, मांद, ककैया और नारायणगंज ब्लॉक के कुछ इलाके शामिल हैं।
इन सभी क्षेत्रो में रातदिन कटाई का काम चल रहा है। जो खेत आकार में बड़े हैं वहां हार्वेस्टर से फसल की गाहनी की जा रही है। यदि बारिश हुई तो किसानों को खाने के लाले पड़ जाएंगे। ककैया के गेहूं किसान मोहन मरकाम, सुमित पटेल, अरविंद पटेल, श्याम नंदा आदि का कहना है कि यदि बारिश हुई तो न फसल की कटाई हो पाएगी और न ही फसल की गाहनी हो पाएगी। खेतों की भीगी मिट्टी में हार्वेस्टर भी चल नहीं पाता। भीगी फसल की कटाई नहीं होती। इन्हीं सब कारणों से उक्त सभी क्षेत्रों के किसानों के चेहरे पर हवाइयां उड़ रही हैं।
हवाओं से बिखर रहे दाने
मौसम बदलने के कारण दोपहर में तेज हवाएं भी दो दिनो से चल रही है। किसानों ने बताया कि तेज हवा में गेहूं की बालियां खेतों में बिछ रही हैं और दाने टूट कर बिखर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि यदि किसी एक छोटे से क्षेत्र में मौसम बिगड़ जाए तो अधिक फर्क नहीं पड़ता लेकिन कल दोपहर से पूरे जिले में मौसम ने करवट ले ली है। यह बेहद चिंता का विषय है क्योंकि इससे मौसम के तेजी से बिगडऩे और जोरदार बारिश की आशंका बनती है। किसान यही दुआ कर रहे हैं कि बारिश न हो अन्यथा उनकी सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा।