कुपोषण का दंश झेल रहे २३६६ बच्चे, पुर्नवास केंद्र पहुंचे रहे ९६८ बच्चे -पोषण पुर्नवास केंद्र तक नहीं पहुंच पा रहे कुपोषित बच्चे -कई केंद्रों की टारगेट
मंदसौर•Jan 09, 2018 / 10:49 pm•
harinath dwivedi
posan punarwad kendra
मंदसौर.
जिले में कुपोषण की जद में वर्तमान में करीब २२ हजार ३६६ बच्चे है। इन बच्चों में गंभीर कुपोषण से करीब २३६६ बच्चे ग्रसित है। इन गंभीर कुपोषित बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए जिला अस्पताल से लेकर सामुदायिक और सिविल अस्पताल में पोषण पुर्नवास केंद्र खोले गए। लेकिन इन पुर्नवास केंद्रों तक गंभीर कुपोषित बच्चे शत प्रतिशत पहुंच नहीं पा रहे है। जबकि इसके लिए बकायदा इन केंद्रों के जिम्मेदारों को टारगेट भी दिए जाते है। बावजूद उसके कई पुर्नवास केंद्र टारगेट से कोसों दूर है। जब जिम्मेदार अधिकारियों से पूछा जाता है तो वे संबंधित केंद्रों के अधिकारियों को सख्त निर्देश देने की बात कह जिम्मेदारी से इतिश्री कर लेते है।
नहीं कर रहे टारगेट पूरे
एनआरएचएम से मिली जानकारी के अनुसार जिले में सात जगह पोषण पुर्नवास केंद्र है। इन सभी केंद्रोंं के लिए टारगेट भी तय किए गए है। इन सभी केंद्रों के लिए १९२० कुपोषित बच्चों के टारगेट दिए गए थे। जिसमें से केवल ९६८ कुपोषित बच्चे भर्ती हुई। इसमें सबसे कम नाहरगढ़ पुर्नवास केंद्र में २४० बच्चों के एवज में केवल १०० बच्चे भर्ती हुए। मंदसौर जिला अस्पताल में ४८० बच्चों के एवज में २१२ बच्चे भर्ती हुई। वहीं शामगढ़ में २४० बच्चों के एवज में केवल १२३ बच्चे भर्ती हुए। मल्हारगढ़ पोषण पुर्नवास केंद्र में २४० का टारगेट दिए गया था। लेकिन केवल ९४ ही कुपोषित बच्चे भर्ती हुए। इसके बाद गरोठ में २४० का टारगेट था। जिसके एवज में १३३ भर्ती हुए। वहीं भानपुरा में भी केवल १३५ बच्चे भर्ती हुए जबकि टारगेट २४० बच्चों का था।
फैक्ट फाइल
ब्लाक टारगेट भर्ती हुए
मंदसौर ४८० २१२
नाहरगढ़ २४० १००
शामगढ़ २४० १२३
गरोठ २४० १३३
भानपुरा २४० १३५
मल्हारगढ़ २४० ९४
(स्त्रोत-एनआरएचएम)
जिले में २२ हजार से अधिक कुपोषण
महिला बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में २२ हजार ३६६ बच्चो कुपोषण का शिकार है। इनमें से गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या दो हजार ३६६ है। महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रफुल्ल खत्री ने बताया कि २३६६ बच्चे अति कम वजन के बच्चे है। पोषण पुर्नवास केंद्र में भर्ती करने के लिए कुछ मापदंड केंद्र के होते है। उनके अनुसार ही बच्चों को भर्ती किया जाता है।
इनका कहना…
दस्तक अभियान के जरिए बच्चों को चिह्ंित कर उनको पोषण पुर्नवास केंद्र में भर्ती किया जाएगा। इसके लिए सभी ब्लॉक अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है।
डॉ महेश मालवीय, सीएमएचओ।
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