कलेक्टोरेट में अब तांबे के लौटे में पिलाया जाएगा पानी
सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को बंद करने के बाद शासकीय कार्यालय इस छोड़ फिर से भारतीय परंपरा की और लौट रहे है। सरकारी दफ्तरों को पूर्ण रुप से सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने के बाद अब कांच या अन्य बर्तनों में पानी पिलाया जा रहा है। मंगलवार को भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा कलेक्टोरेट में तांबे के लौटे दिए गए। अब कलेक्टोरेट में हर दिन होने वाली मीटिंग के दौरान प्लास्टिक की बोतलों की बजाए तांबे के लौटों में पानी पिलाया जाएगा। जनसुनवाई के दौरान मीटिंग हाल में जितने भी प्लास्टिक की बोतल रखी गई थी। उनके स्थान पर तांबे के लोटे रखे गए। उन्में पानी रखा गया। अब सभाकक्ष में प्लास्टिक की बोतलों के स्थान पर तांबे के लोटे से पानी पिया जाएगा।