चर्चाओं में कई नाम, किस करवटें बैठेगा ऊंट पता नहीं
भाजपा की और से पार्षद मुकेश खिमेसरा, विनोद डगवार, राम कोटवानी तो कांग्रेस की और से हनीफ शेख, ईस्माल मेव, डिगपालसिंह भाटी, रुपल संचेती का नाम प्रमुखता से सामने आया है। दोनों ही दलों की इन दावेदारों ने तमाम जोड़-तोड़ अपनी दावेदारी को पुख्ता करने की अब तक लगाया है। इसी के चलते दोनों ही दलों में नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है। और सहमति नहीं बन पाने के कारण ही अंतकलह से दोनों पार्टियों में डर बना हुआ है। ऐसे में इन नामों के अलावा भी पार्टी व संगठन के नेता अन्य नामों पर विचार कर रहे है। इस तरह चर्चाओं में तो कई नाम है, लेकिन अंतिम समय में ऊंट किस करवट बैठेगा यह तय नहीं है।
हार्सट्रेडिंग का सताया डर, अपने पार्षदों को लेकर अज्ञातस्थान पर गए नेता
भाजपा को बहुमत में होने के बाद भी हार्सट्रेडिंग का डर सताया तो पार्टी के नेता अपने पार्षदों को शनिवार की शाम को लेकर शहर से अज्ञात स्थान पर चले गए। जानकारी के अनुसार प्रदेश महामंत्री बंशीलाल गुर्जर, सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक यशपालसिंह सिसौदिया, जिलाध्क्ष राजेंद्र सुराना, पूर्व जिलाध्यक्ष मानसङ्क्षसह माच्छोपूरिया, जिला महामंत्री अजयसिंह चौहान अपनी पार्टी के सभी २३ पार्षदों को लेकर गोपनीय स्थान पर गए है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की नजरों से दूर रखने के लिए बाहर गए है और १७ को होने वाले सम्मेलन से पहले ही पार्षदों को लेकर शहर में लौटें्रगे।
कांग्रेस में स्थिति यथावत, भाजपा की रणनीति पर नजर
बहुमत में नहीं होने के बाद भी कांग्रेस ने इस उपचुनाव में भाजपा की चिंताएं अब तक बढ़ा रखी है। पर्यवेक्षक की वन टू वन चर्चा के बाद कांग्रेस में स्थिति यथावत है।
दिन में निरीक्षण, शाम को हुई बैठक
इधर राजनीतिक दलों के समीकरणों से दूर प्रशासन, पुलिस व नपा उपचुनाव को लेकर शनिवार को दिनभर तैयारियों में व्यस्त रहा। दोपहर में एएसपी मनकामना प्रसाद, सीएसपी नरेंद्र सौंलकी, सीएमओ सविताप्रधान ने सम्मेलन के लिए नपा सभागृह के साथ ही पूरे परिसर में निरीक्षण करते हुए चुनाव के दौरान किए जाने वाले इंतजामों को देखा तो परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से की जाने वाली निगरानी पर भी मंथन किया।