मंदिर क्षेत्र में चल रहे कार्तिक मेले की छटा अब हर और दिा रही है। मेले में हर दिन अत्यधिक भीड़ दिखाई दे रही है। शनिवार-रविवार को दिनभर के बाद शाम से लेकर रात तक भी अत्यधिक भीड़ दिखाई दी। मेले में पहुंच रही भीड़ के बीच यहां पहुंचने वाले सभी मार्गों पर जाम की स्थिति दिखाई दे रही है। भीड़ और मेले की रंगत के बीच कोरोना के नए वैरियंट ने चिंता बढ़ाई है। हालांकि अभी किसी प्रकार के प्रतिबंध जारी नहीं होने के कारण यहां के लिए गाइडलाइन और निर्देश भी जारी नहीं हुए है। अलट्र के बीच प्रशासन को गाइडलाइन और निर्देशों का इंतजार है। एक और भले ही कोविड के संक्रमण और नए वैरियंट की चर्चाओं के बीच अलर्ट जारी होने के साथ शासन स्तर पर बैठकें हो रही है तो वहीं मंदसौर में मेला अवधि को बढ़ाया जा रहा है।
१४ नवंबर को पाटोत्सव के बाद १५ दिवसीय पशपुतिनाथ मंदिर पर कार्तिक मेले की शुरुआत हुई। लेकिन मेले की रंगत १९ नवंबर तक देखी गई। इधर रविवार को मेला का अंतिम दिन था, लेकिन पांच दिन के लिए मेला बढ़ाने की सूचना चली। वायरल पोस्ट में लिखा गया कि भगवान पशुपतिनाथ महादेव का मेला 5 दिन और बढ़ेगा। रविवार को विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया ने कलेक्टर गौतम सिंह से इस संबंध में चर्चा की और कलेक्टर ने इस विषय में सैद्धांतिक सहमति प्रदान की है। मेले के व्यापारियों ने विधायक से दूरभाष एवं अन्य माध्यमों से मेला अवधि बढ़ाने की मांग की थी। व्यापारियों ने अपनी मांग में कहा था कि इस बार विभिन्न कारणों से मेला देरी से शुरू हुआ। साथ ही शुरू में मौसम एवं मावठे की मार भी मेले पर रही। इसलिए मेला देर से जमा। ऐसे में व्यापारिक हित में मेले का पांच दिन बढ़ाया जाए। इस पर विधायक ने कलेक्टर गौतम सिंह से चर्चा में इन बातों को उल्लेखित करते हुए कहा कि मेले में सभी सुविधाएं जारी हैं। सफाई, पानी, प्रकाश, दुकानों का आवंटन सभी निरंतर है ही। साथ ही पूर्व में भी ऐसी परंपरा रहती आई है कि मेला अवधि को बढ़ाया जाता रहा है। इसलिए 5 दिवस मेला बढ़ाना उचित और व्यापारिक हित में होगा।
मेला अवधि बढ़ी है
व्यापारियों व नगरवासियों की मांग पर मेला अवधि पांच दिन के लिए बढ़ी है। -पीके सुमन, सीएमओ
निर्देश के बाद करेंगे उसके अनुसार निर्णय
मेला अवधि बढ़ाने को लेकर मांग आई है। इधर कोरोना को लेकर अर्लट के बीच बैठक भी भोपाल में हुई है। क्या नए निर्देश आते है उसके अनुसार समीक्षा कर इस पर निर्णय करेंगे। -गौतमसिंह, कलेक्टर