scriptस्वाइन फ्लू और स्क्रब टाइफस को लेकर उदासीन विभाग | Department indifferent to swine flu and scrub typhus | Patrika News
मंदसौर

स्वाइन फ्लू और स्क्रब टाइफस को लेकर उदासीन विभाग

स्वाइन फ्लू और स्क्रब टाइफस को लेकर उदासीन विभाग

मंदसौरSep 11, 2019 / 08:33 pm

Vikas Tiwari

Ajmer Heavy Rain water in house

Rain in Ajmer: पहले भर गया घरों में पानी, अब बीमारियां फैलने का डर

मंदसौर.
जिले में बाढ़ के बाद लगातार गंभीर व जानलेवा बीमारियों के संदिग्ध मरीज सामने आ रहे है। इन बीमारियों में स्वाइन फ्लू, स्क्रब टाइफस, मलेरिया और डेंगू के मरीज सामने आए है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू और मलेरिया को लेकर ही गंभीरता दिखाकर दवा का छिड़काव और औषधियां वितरीत की गई है। वहीं अभी तक स्वाइन फ्लू और स्क्रब टाइफस को लेकर कोई बड़ी कार्रवाई विभाग के द्वारा नहीं की गई है। यही कारण है कि स्वाइन फ्लू और स्क्रब टाइफस के मरीज सामने आए है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पंाच स्क्रब टाइफस के संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट भोपाल भेजी है। वहीं स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट मिली। जिसमें दोनों को स्वाइन फ्लू नेगेटिव आया है।
अब तक १९ आ चुके मरीज सामने
सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार अब तक जिले में स्क्रब टाइफस के १९ मरीज सामने आ चुके है। यह गत वर्ष करीब ६७ मरीज सामने आए थे। गत साल चूहों के कारण यह बीमारी जिले में फैली थी। लेकिन इस बार १९ मरीज सामने आने के बाद विभागीय अधिकारी यह दावे से नहीं कह पा रहे है कि चूहे या किसी अन्य जानवर के कारण बीमारी फैल रही है। इसका वायरस सबसे अधिक ४० से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों को अपनी जकड़ में लेता है। वर्तमान में भी १९ पॉजिटिव आने वाले मरीजों में सबसे अधिक ४० से अधिक उम्र वाले मरीज है। विभागीय अधिकारियों द्वारा केवल उन जगहों पर परामर्श दिया जा रहा है जहां पर यह पॉजिटिव आ रहे है। बल्कि जिले में इस बीमारी को लेकर कोई जागरुकता का अभियान या कैसे बचा जाए इसको लेकर जानकारी नहीं दी गई है।
तीन डेंगू और एक स्वाइन फ्लू एक मरीज पॉजिटिव
अभी तक जिले में तीन डेंगू के पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके है। ऐसे जिले में चार मरीजों को डेंगू हो चुका है। भानपुरा में महिला के डेंगू पॉजिटिव की रिपोर्ट अब तक जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के पास नहीं आई है। वहीं स्वाइन फ्लू एक मरीज को पॉजिटिव आया है। डॉक्टरों की माने तो स्वाइन फ्लू की पॉजिटिव अधिक आने की संभावना नवबंर और दिसबंर में रहती है। क्यों कि उस समय तापमान में गिरावट होती है और स्वाइन फ्लू का वायरएन एनएस-१ कम तापमान में अधिक प्रभावशील होता है।
इनका कहना…
सभी गंभीर बीमारियों को लेकर जिले में कार्य किया जा रहा है। जहां पॉजिटिव मरीज सामने आए है। वहां पर पूरा सर्वे मेडिकल टीम के द्वारा किया जा रहा है।
डॉ अधीर मिश्रा, सीएमएचओ।

Home / Mandsaur / स्वाइन फ्लू और स्क्रब टाइफस को लेकर उदासीन विभाग

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो