इन रास्तों से होता हुआ गांधीसागर का पानी यमुना नदी में मिलेगा
गांधीसागर के पांच गेट तीन साल बाद खोले गए। गेट खोलने के साथ ही गांधीसागर का पानी मप्र के विभिन्न हिस्सों से होते हुए राजस्थान के साथ यमुना में जाकर मिल रहा है। गेट खोलने के साथ श्योपुर, मुरैना, कोटा सहित अन्य जगह अलर्ट जारी किया। जानकारी के अनुसार गांधीसागर से छोड़ा गया पानी रावतभाटा, कोटा, श्योपुर, मुरैना, इटावा होते हुए यमुना नदी में मिल जाएगा। इस बीच रावतभाटा में जवाहर सागर डेम है तो कोटा में भी बैराज है। वहीं मुरैना में भी बैराज है।
श्योपुर कलेक्टर व चंबल संभाग के कमिश्नर से की बात
कलेक्टर मनोज पुष्प द्वारा श्योपुर कलेक्टर एवं चंबल संभाग के कमिश्नर से बात की। गांधीसागर डेम के गेट खुलने के संबंध में बताया गया। इससे वहां का प्रशासन भी लोगों को सतर्क रहने के लिए समय से पूर्व जागरूक कर सके एवं आवश्यक हिदायत बरत सके। इस संबंध में जल संसाधन विभाग को भी आवश्यक सलाह एवं दिशा निर्देश दिए गए हैं।