script7 किलोमीटर की जर्जर सडक़ को पार जाते सैंकड़ों ग्रामीण परेशान | Hundreds of rural disturbances crossed the shabby road of 7 km | Patrika News
मंदसौर

7 किलोमीटर की जर्जर सडक़ को पार जाते सैंकड़ों ग्रामीण परेशान

7 किलोमीटर की जर्जर सडक़ को पार जाते सैंकड़ों ग्रामीण परेशान

मंदसौरJun 15, 2019 / 12:06 pm

Vikas Tiwari

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मंदसौर
सुवासरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सुठी से बड़ौद को जोडऩे वाली मुख्य सडक़ के हाल बेहाल है। आने-जाने वाले ग्रामीणोंं को करीब सात किलोमीटर इस लंबी और जर्जर सडक़ पर जान खतरे में डाल प्रतिदिन सफर करना पड़ रहा है। ऐसा नहीं कि इसकी जानकारी संबंधित विभाग या ग्राम पंचायत को नहंी है। बावजूद जिम्मेदार आंख मंूदकर बैठे हुए है। जिम्मेदारों से जब इस जर्जर सडक़ों को लेकर पूछा गया तो उन्होंने केवल आवेदन का कहकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया।
विद्यार्थियों से लेकर किसान तक परेशान
इस सडक़ से प्रतिदिन बड़ौद, खंंडेरिया काचर, पानपुर गांव के छात्र सुठी हायर सेकेंडरी स्कूल में पढऩे के लिए जाते है। विद्यार्थियों को सबसे अधिक समस्या बरसात में आती है। जब इस रोड पर कीचड़ हो जाता है। वे इस कीचड़ से सने हुए रास्ते से स्कूल जाते है।
सुठी से बड़ौद को जोडऩे वाली इस मुख्य सडक़ का अभी तक डामरीकरण नहीं किया गया है। ग्रामीणों ने और आसपास के क्षेत्रों के लोगों ने लोक निर्माण विभाग और सरपंच सचिव का आवेदन देकर भी बताया पर भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
जान का खतरा लेकर करते है सफर
ग्रामीण शांतिलाल ने बताया कि मैं प्रतिदिन मंदसौर जाता है। इस जर्जर सडक़ से होकर जाना पड़ता है। कई बार दुर्घटना होते-होते बची है। बरसात के दिनों में इस सडक़ पर कीचड़-कीचड़ हो जाता है। कई बार अधिकारियों ओर ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों को कहा लेकिन किसी ने अभी तक केाई कार्रवाई नहीं की। कई ग्रामीण परेशान है।
चार माह तक कीचड़ से होकर जाना पड़ेगा
बडोद निवासी छात्र पंकज धनगर ने कहा कि मैं प्रतिदिन सूठी पढऩे जाता है। सबसे अधिक समस्या बरसात के दिनों में आती है। और जुलाई से लेकर सितंबर तक इस कीचड़ भरे रास्ते से होकर ही हम जाएंगे। मेरी तरह कई विद्यार्थी रोजाना इसी जर्जर रोड़ से स्कूल जाते है। जिम्मेदारों केा इस रोड़ को बनवाना चाहिए। ताकि विद्यार्थियों सहित ग्रामीणों को राहत मिले।
इनका कहना
ग्राम पंचायत के सरपंच प्रभुलाल राठौड़ ने बताया कि हमने क्षेत्रीय विधायक हरदीप सिंह डंग व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रियंका गोस्वामी को कही बार आवेदन दिया है। फिर भी आज तक यह सडक़ ऐसी की ऐसी ही है। विधायक डंग द्वारा पिछले साल 50 हजार की राशि दी गई थी। जिसमें कहा गया था कि मोहरम डलवाकर सुधरवा लो। सांसद सुधीर गुप्ता को भी इस सडक़ के बारे में बताया था। लेकिन आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।

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