निरीक्षण के दौरान उन्होंने जवानों को भंडार से नई सामग्री वितरित करने को कहा। बाद में सम्मेलन आहूत किया गया जिसमें वेतन से संबंधित जवानों की समस्याओं पर बातचीत की। मेडिकल बिल की सही प्रक्रिया द्वारा आवेदन देने को कहा गया। निरीक्षण के दौरान जवानों को फिटनेस पर अधिक काम करने और किट में पर्याप्त सामान और संसाधन रखने की बात कही। खामियां पर नसीहत के साथ निर्देश दिए तो जिले में बाढ़ के दौरान होमगॉर्ड द्वारा किए गए कामों पर उन्हें प्रशंसा भी मिली। जवानों को प्रशंसा के साथ पुरुस्कार दिया गया।
निरीक्षण के दौरान जवानों की किट में ब्रश से लेकर अन्य सामान खराब या नहीं होने पर उन्होंने नाराजगी जताई। स्टोर प्रभारी को जवानों की किट में खराब होने वाले सामान बदले के निर्देश दिए तो जिनकी वर्दी का मेटनेंस नहीं इसके लिए भी निर्देश दिए। कई जवानों के जूतों से लेकर वर्दी सही नहीं पाई गई। जिन जवानों का टर्नआऊट ठीक था उन्हें पुरुस्कृत किया गया। वहीं होमगॉर्ड जवानों को समय पर वेतन नहीं मिलने का मामला सबसे अधिक उठा। जवानों को वेतन के मामले पर उन्होंंने इसे शासन स्तर का मामला बताया और कहा कि बजट आने पर वेतन दिया जाता है।
विभाग की और से शासन स्तर तक मांग समय पर भेजी जाती है। इस दौरान कमांडेेंट रबी काजी के अलावा अन्य मौजूद थे। दो घंटे से अधिक समय तक चले निरीक्षण के दौरान परेड की सलामी के साथ जवानों के बीच उनके टर्नआऊट व वर्दी के अलावा किट को लेकर उनसे बात करते हुए व्यवस्थित करने के निर्देश तो जिनके पेट निकल रहे है, उन जवानों को फिटनेस पर काम करने की हिदायद भी दी।