गोटी से शुक्ला बने निर्विरोध अध्यक्ष
सीतामऊ नगर परिषद में अध्यक्ष का निर्वाचन सहज माना जा रहा था। यहां १५ में से १४ सीटें भाजपा ने जीती है। लेकिन अध्यक्ष पर सहमति नहीं बन रही थी। भाजपा के तीन दावेदार मनोज शुक्ला, वैभव जैन और अनिल पांडे अपनी जिद पर अड़े रहे। इनके बीच जब एक राय नहीं बन पाई तो अंतिम विकल्प के रूप में गोटी सिस्टम अपनाया गया। गोटी प्रक्रिया में मनोज शुक्ला की किस्मत ने साथ दिया और उनके पक्ष में फैसला आया। इसके बाद शुक्ला निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिए गए। वहीं सीतामऊ में नगर परिषद उपाध्यक्ष सुमित रावत बने। निर्वाचन के बाद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष ने समर्थको व पदाधिकारियों के साथ जश्न मनाया। तो वहीं जुलूस निकाला गया। इसमें कैबिनेट मंत्री हरदीपसिंह भी शामिल हुए।
सबसे चर्चित नगर परिषद में सेठिया ने मारी बाजी
परिणाम के दिन से ही जिले में सबसे चर्चित गरोठ नगर परिषद ही थी। यहां भाजपा के पास कांग्रेस से सिर्फ एक पार्षद ज्यादा था। ऐसे में यह माना जा रहा था कि एक भी क्रॉस वोटिंग हुई तो भाजपा के हाथ से नगर परिषद जा सकती है और कांग्रेस ने तमाम प्रकार की रणनीति भी बनाई लेकिन बीजेपी की रणनीति के आगे बेअसर रही। यहां भाजपा के राजेश सेठिया ने बाजी मारी। यहां भाजपा के 8 और कांग्रेस के 7 पार्षद निर्वाचित होकर आए थे। लेकिन अध्यक्ष के लिए हुए मतदान में कांग्रेस की ओर से क्रॉस वोटिंग हुई और सेठिया को ९ वोट मिलें। कांग्रेस ने संगीता-ललित चंदेल को प्रत्याशी बनाया था। भाजपा के राजेश सेठिया को 9 वोट मिले जबकि संगीता ललित चंदेल को 6 वोट मिले। इसके बाद हुए उपाध्यक्ष के निर्वाचन में महेश मालवीय निर्विरोध उपाध्यक्ष चुन लिए गए। अध्यक्ष में क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस ने उपाध्यक्ष में प्रत्याशी ही नहीं उतारा। गरोठ में नवनिर्वाचित अध्यक्ष सेठिया सांसद खेेमे से आते है। उनके अध्यक्ष पद की घोषणा में सबसे अहम और बड़ा कारण यह भी था।