बड़ी पुलियाओं के कारण दोहरीकरण में लगेगा समय
रतलाम-नीमच के बीच करीब 133 किमी के इस ट्रेक पर दोहरीकरण का काम शुरु हो चुका है। 935 करोड़ का यह पूरा प्रोजेक्ट है। लेकिन इसमें अलग-अलग मद की राशि अलग-अलग हिस्सों में आएगी। अर्थवर्क के लिए 100 करोड़ रुपए मंजूर हुए तो पुल-पुलियाओं के लिए अलग व ट्रेक संबंधित काम के लिए अलग से राशि आएगी। इस तरह अलग-अलग हिस्सों में दोहरीकरण का यह काम होगा। वर्ष 2022 में यह काम पूरा होने पर यहां डबल टे्रक होगा और गाडिय़ा डबल ट्रेक पर दौड़ेगी। इस बीच जहां नालों व खालों पर छोटी पुल-पुलियाएं है। वहां पहले ही काम हो चुका है तो अब जहां सपाट स्थान है। वहां पर अर्थवर्क के साथ ट्रेक बिछाने की तैयारियां हो चुकी है तो जावरा-मंदसौर के बीच कुछ जगहों पर तो दोहरीकरण के इस काम के लिए ट्रेक बिछाया जा चुका है। डबलीकरण के इस प्रोजेक्ट में पहले उन स्थानों पर ट्रेक बिछाया जा रहा है जहां सपाट स्थान है। इसके बाद बाकी के हिस्सों में ट्रेक बिछाया जाएगा।
रतलाम-चित्तौड़ से जुडक़र अन्य शहरों से जुड़ेगा क्षेत्र
विद्युतीकरण व दोहरीकरण के साथ रतलाम व चित्तौड़ से पूरा क्षेत्र जुड़ जाएगा। रतलाम-नीमच के साथ नीमच-चित्तौड़ ट्रेक का भी डबलीकरण का काम चल रहा है। ऐसे में दोनो और से जुडक़र यह क्षेत्र भी देश के बड़े शहरों से जुड़ेगा और यात्रियों को वहां की गाडिय़ों का सफर मिल सकेंगा।
यह होगा लाभ
रतलाम व चित्तौड़ से जुडे इस ट्रेक पर दोहरीकरण-विद्युतीकरण होने के बाद ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी और यात्रियों का क्रांसिंग में होने वाला समय जाया नहीं होगा। नई ट्रेनों के साथ यह क्षेत्र भी सीधे बड़े शहरों से जुड़ेगा। इससे क्षेत्र के लाखों लोगों को सफर में आसानी होने के साथ सुविधाएं मिलेगी। अन्य शहरों की तरह इस क्षेत्र में भी रेलवे की सुविधाओं का विस्तार होगा। गाडिय़ा बढऩे के साथ प्लेटफॉर्म पर भी सुविधाएं विस्तारित होगी।
फेक्ट फाईल
रतलाम-नीमच दोहरीकरण प्रोजेक्ट- 133 किमी, लागत-935 करोड़
रतलाम-नीमच विद्युतीकरण प्रोजेक्ट-लागत 139 करोड़
विद्युतीकरण का अब तक हुआ काम- 80 प्रतिशत
विद्युतीकरण की डेडलाईन- जून-2019
दोहरीकरण की डेडलाईन- वर्ष 2022
दोहरीकरण और विद्युतीकरण काम चल रहा है। अंडरब्रिज से लेकर ओवरब्रिज भी मिले है। प्रोजेक्ट के पूरा होने पर यात्री गाडिय़ा बढऩे के साथ क्षेत्र में बड़े शहरों से सीधा जुड़ेगा और नए अवसर तैयार होगें। यात्री सुविधाएं बढ़ेगी।
– सुधीर गुप्ता, सांसद