इसमें उन्होंने हर एक स्कूल के परीक्षा परिणाम की समीक्षा की। इस दौरान अगले शैक्षणिक सत्र में स्कूलों में अध्यापन से लेकर कमजोर बच्चों और बेहतर परिणाम के लिए प्राचार्यों से ही जानकारी लेते हुए पूरे सालभर की कार्ययोजना पूछी। कम परिणाम वाले स्कूलों के प्राचार्यो को शत प्रतिशत वाले प्राचार्यों से बैठक में कैसे काम किया। यह लक्ष्य कैसे हासिल किया। यह पूछते हुए कम प्रतिशत वालों को इनसे सीखने की बात कही।
4 स्कूल ऐसे जहां 30 प्रतिशत से कम आया परिणाम
जानकारी के अनुसार जेडी ने सभी प्राचार्यों के साथ परीक्षा परिणामों की समीक्षा की। इसमें जिले के ४ स्कूल ऐसे है। जिनका परिणाम ३० प्रतिशत से कम रहा। कम प्रतिशत वाले स्कूलों के प्राचार्य पर विभाग क्या कार्रवाई करेगा।अभी यह स्पष्ट नहीं है। जेडी नहाटे ने शतप्रतिशत वाले प्राचार्यो से बात करते हुए संस्थान की गतिविधियों की जानकारी ली और शतप्रतिशत लक्ष्य के लिए वहां हो रहे कामों के बारें में पूछा। यह अन्य स्कूल प्राचार्यों को भी अपने यहां लागू कर बेहतर परिणाम के लिए कवायद करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा कम प्रतिशत वालों से भी बात की। इस बार के परिणाम की समीक्षा के साथ ही अगले साल बोर्ड परिक्षाओं में बेहतर परिणाम लाने के लिए प्राचार्यों से ही सुझाव मांगे और चर्चा की। साथ ही निर्देश भी दिए। इस दौरान जेडी नहाटे के साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी आरएल कारपेंटर, लोकेंद्र डाबी सहित विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारियो के साथ जिले के १६६ प्राचार्यइस समीक्षा बैठक में मौजूद थे।