उन्होंने कहा कि परिवार की संकल्पना की शुरुआत भारत में ही हुआ है। भोगवादी पाश्चात्य देशों में परिवार के नाम पर महज समझौता होता है जो कभी भी टूट जाता है लेकिन दुर्भाग्य से हमारे देश में परिवार खंडित होते जा रहे हैं।
पाश्चात्य देश तो हमारी अच्छाइयों को ग्रहण कर रहे हैं और हम उनकी बुराइयों को अपना रहे हैं। आवश्यकता हैै परिवार को जोड़े रखने की। परिवार है तो समाज है और समाज ही राष्ट्र की आत्मा है। परिवार संस्कारों का सृजन करते हैं। पवैया ने कहा कि बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति होती है वे माता-पिता से ही अच्छे आचरण सीखते हैं। हमारी परंपरा ही हमारा पारिवारिक संविधान है। यदि भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाए रखना है तो परिवार को टूटने से रोकना होगा। आपने सामाजिक समरसता के भाव को प्रचारित करने का आग्रह करते हुए वहां ऊंच-नीच की भावना से परे रहकर ही समरसता स्थापित की जा सकती है।
शहीदों को समर्पित होगी फाग यात्रा
समारोह में सिंधी समाज के संरक्षक दृष्टानंद नैनवानी ने कहा कि सभी समाज मिलकर पर्वों को मना है ताकि पर्व का आनंद दोगुना हो जाए। आगामी वर्ष के लिए सामाजिक समरसता मंच द्वारा मनाए जाने वाले फाग महोत्सव का अध्यक्ष पद का दायित्व सौंपा गया। समरसता मंच के संयोजक जितेंद्र गहलोत ने भूमिका बताई।और कहा कि निकलने वाली फाग यात्रा देश के वीर शहीद सैनिकों को समर्पित की जाएगी। उन्होंने सभी समाजों से फाग यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने का आह्वान किया। अतिथि परिचय राजेंद्र चाष्टा ने दिया। अतिथियों का स्वागत रूपनारायण जोशी व जगदीश सेठिया ने किया। प्रारंीा में भारत माता की तस्वीर पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वल्लित कर समारोह का शुभारंभ किया। पूर्व में संगीत सभा में किशोर पाटीदार, आयुषी देशमुख, संजय प्रधान व बंशीलाल टाक ने गायन से सभी को मंत्रमुग्ध किया। समारोह में बड़ी संख्या में सभी समाजों के प्रमुख उपस्थित हुए। संचालन ब्रजेश जोशी ने किया। आभार कुंदन सांखला ने माना। समारोह में सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, गरोठ विधायक देवीलाल धाकड़, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्र सुराणा, जिला सहकारी बैंक पूर्व अध्यक्ष मदनलाल राठौर सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।