निर्वाचन के बीच घोषित हुई अवकाश की तिथि
विभाग ने निर्वाचन कार्यक्रम के बीच सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए अवकाश की तारीखें घोषित कर दी है। जिसका सभी को इंतजार था। गर्मी के ही दिनों में चुनाव भी है। ऐसे में शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की चुनाव में भी ड्युटी लगाई जाएगी। विद्यार्थियों और शिक्षकों को अप्रैल माह में एक माह तक की पढ़ाई करने के बाद 1 मई से छुट्टियां मिल जाएंगी। शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए छुट्टियों का समय अलग-अलग है।
चुनाव में शिक्षकों की ड्यूटी
आमतौर पर चुनावों में शिक्षकों की ही ज्यादा ड्यूटी लगती है। संख्या के मामले में शिक्षक ही सबसे ज्यादा है जबकि दूसरे विभागों में इतने कर्मचारी नहीं होते हैं। शिक्षकों के बिना निर्वाचन कार्य कराया जाना मुश्किल होता है। ऐसे में मई माह में होने वाले चुनावों से शिक्षकों की गर्मी की छुट्टियों पर असर पडऩा तय है। निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार मतदान दलों का गठन, उनका प्रशिक्षण और फिर मतदान केंद्रों पर ड्यूटी लगना है।
ये है स्कूलों में अवकाश
ग्रीष्मकालीन अवकाश शिक्षकों के लिए 1 मई से 9 जून तक और विद्यार्थियों के लिए 1 मई से 16 जून तक रहेगा। 9 जून से शिक्षकों को स्कूल में जाना पड़ेगा और अगले सत्र की तैयारी में यह समय लगाना पड़ेगा।
दशहरा अवकाश . अक्टूबर माह में दशहरा और नवरात्र का पर्व आ रहा है। इस बार विद्यार्थियों और शिक्षकों को चार दिन तक 7 से 10 अक्टूबर तक का दशहरा अवकाश मिलेगा।
दीपावली अवकाश . दीपावली पर भी शिक्षकों और विद्यार्थियों को छह दिन का अवकाश मिल रहा है। यह अवकाश भी अक्टूबर माह में ही रहेगा। 25 से 30 अक्टूबर तक अवकाश चलेगा।
शीतकालीन अवकाश . शीत सत्र का अवकाश साल के अंत में दिया जाता है। यह अवकाश 23 दिसंबर से 28 दिसंबर तक का तय किया गया है। यह अवकाश छह दिन का मिलेगा।