इस संबंध में इन्हें तुरंत नोटिस जारी किया जाए। पेयजल की समस्या से ग्रसित गांव का सही आंकलन का पता नहीं होने पर मंदसौर एवं सीतामऊ सीईओ को भी नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। बैठक के दौरान कलेक्टर के अलावा जिला पंचायत सीईओ आदित्य सिंह, एडीएम अनिल डामोर के साथ एसडीएम व तहसीलदार सहित अन्य मौजूद थे।
सभी एसडीएम 11 अप्रैल तक पेयजल की बैठक लेकर विवरण देंगे
बैठक के दौरान जिले के सभी एसडीएम को निर्देश देते हुए कहा कि पेयजल की समस्याओं को लेकर सभी जनपद पंचायत के सीईओ, निकाय सीएमओ एवं पीएचई विभाग के साथ मिलकर बैठक आयोजित करें। बैठक के बाद उसकी कार्रवाई का विवरण 11 अप्रैल तक अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि पेयजल को लेकर आचार संहिता के मद्देनजर नई टेंडर प्रक्रिया ना करें।
सभी स्थानों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था हो इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था करें। नल जल योजनाएं, हैडपंप जो चालू हो सकते हैं, उन्हें तुरंत चालू करें। सभी अधिकारी ग्रामीण स्तर पर अनिवार्य रूप से भ्रमण करें तथा जहां पर सबसे अधिक पानी की समस्या है। उन क्षेत्रों का आंकलन करें। मतदान केंद्र पर पेयजल एवं छाव को लेकर किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। साथ ही बैठक के दौरान सभी विकासखंड अनुसार पेयजल की समीक्षा की गई। उल्लेखनीय हैकि पत्रिका द्वारा जिले में शहर व ग्रामीण क्षेत्र में पेजयल संकट व वर्तमान स्थितियों को लेकर लगातार खबरों का प्रमुखता से प्रकाशन किया। इस पर कलेक्टर ने बैठक में संज्ञान लेकर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।